‘एकतरफा संघर्षविराम के दौरान आतंकी भर्ती में तेजी के संकेत नहीं’

Tuesday, Jun 12, 2018 - 03:43 PM (IST)

श्रीनगर: सेना के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि केंद्र सरकार की तरफ से कश्मीर में रमजान के महीने में एक तरफा संघर्षविराम के दौरान आतंकी भर्ती प्रक्रिया में तेजी आने का कोई संकेत नहीं है लेकिन पाकिस्तान अभी भी घाटी में सीमा पार से आतंकी भेजने की कोशिश कर रहा है। श्रीनगर में सेना के चिनार कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल ए के भट्ट ने कहा कि कश्मीर के लोगों ने रमजान महीने में आतंकियों के खिलाफ सैन्य अभियान नहीं चलाने के केंद्र सरकार की घोषणा पर अच्छी प्रतिक्रिया दिखाई है और घाटी में कुछ शांति आई है। रमजान की शुरुआत में केंद्र सरकार की ओर से संघर्षविराम की एकतरफा घोषणा के बाद आतंकवादी भर्ती प्रक्रिया में तेजी आने से संबंधित सवाल पर अधिकारी ने बताया , इस समय आतंकवादी भर्ती प्रक्रिया में तेजी आने के कोई संकेत नहीं है और हम आशा करते हैं कि इसमें कमी आएगी। ’’ उन्होंने कहा , संघर्षविराम की घोषणा के बाद घाटी में कुछ शांति आई है और लोगों ने इस पर अच्छी प्रतिक्रिया दी है। अगर रमजान के 30 दिनों में कोई भी नागरिक हताहत नहीं होता है तो हमें प्रसन्नता होगी। ’’  

अधिकारी ने कहा कि संघर्षविराम को आगे बढ़ाने संबंधित कोई भी फैसला सरकार लेगी लेकिन सेना इस तरह का कोई भी फैसला लागू करने को तैयार है। नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ के प्रयास के संबंध में पूछे गए सवाल पर भट्ट ने कहा कि पाकिस्तान की तरफ से कोशिश हुई है लेकिन उन्हें रोकने के लिए सेना तैनात है। उन्होंने कहा , जहां तक घुसपैठ का सवाल है , पाकिस्तान अब भी इस प्रयास में लगा हुआ है लेकिन हमारे सैनिक इन प्रयासों को नाकाम करने के लिए तैनात हैं। ’’ घाटी में आतंकियों द्वारा हथियार छीनने की कोशिश में हुई बढ़ोतरी पर कोर कमांडर ने कहा कि यह आतंकियों की निराशा को दिखाता है।  

उन्होंने कहा, ‘‘ यह आतंकियों की निराशा को दिखाता है। पुलिस ने इस तरह के कई प्रयास नाकाम किए हैं और इससे बेहद प्रभावी तरीके से निपट रही है।’’ इससे पहले लेफ्टिनेंट जनरल भट्ट ने कश्मीर में सेना द्वारा नीट उम्मीदवारों के लिए शुरू किए गए मुफ्त आवासीय सुपर 30 (मेडिकल) कोचिंग का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा, ‘‘ यह बेहद गर्व का क्षण है कि हमने मेडिकल कोचिंग के लिए जम्मू-कश्मीर के 30 विद्याॢथयों का चयन किया। मुझे उम्मीद है कि इन विद्याॢथयों को यहां बेहतर कोचिंग मिलेगी और देश के सर्वश्रेष्ठ कॉलेजों में इनका दाखिला होगा और ये लोग नाम कमाएंगे।’’ उन्होंने कहा कि सेना द्वारा किए जा रहे इन सभी प्रयासों का उद्देश्य घाटी के युवाओं को मुख्यधारा से जोडऩा है।     

Anil dev

Advertising