नक्सल प्रभावित राज्यों के सुरक्षाबलों को केंद्र की चिट्ठी, C-60 की तरह लड़ें जवान

Friday, Aug 24, 2018 - 12:02 PM (IST)

नेशनल डेस्कः नक्सल प्रभावित राज्यों में नक्सलियों से कैसा निपटा जाए, इसके लिए केंद्र सरकार ने पुलिस मुखिया और केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों के डीजी को खत लिखकर C-60 कमांडो की ट्रिक को अपनाने के लिए कहा है। केंद्र ने नक्सल प्रभावित राज्यों के पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों के डीजी को पत्र लिखकर कहा कि उन्हें महाराष्ट्र की C-60 कमांडो की तरह स्कील्स और अभ्यास करना चाहिए। बता दें कि C-60 के कमांडो बड़े ही बेहतरीन ढंग से प्रशिक्षित होते हैं। इनसे नक्सली भी कांपते हैं।

C-60 के कमांडो ने इसी साल अप्रैल में दो अलग-अलग मुठभेड़ में 39 नक्सलियों को मार गिराया था और इस अभियान में उनके जवानों को तनिक भर भी क्षति नहीं पहुंची थी। केंद्रीय गृह सचिव राजीव गौबा ने राज्यों को पत्र लिखकर यह निर्देश जारी किया है। गौबा ने खत में लिखा कि नक्सलियों के आतंक को खत्म करने के लिए C-60 जैसे सशक्त और प्रशिक्षित सुरक्षाबल की जरूरत है।

ऐसे चलाते हैं C-60 अभियान 

  • 1989-90 में आईपीएस अधिकारी के.पी. रघुवंशी ने नक्सलियों से निपटने के लिए जिला स्तरीय C-60 का विचार दिया था।
  • शुरुआत में 60 आदिवासी लोगों को इस बल में भर्ती किया गया। अब इस यूनिट में 800 के करीब जवान शामिल हैं। यह यूनिट 24-24 की टीमें बनाकर काम करती है।
  • C-60 के कमांडो के जवान स्थानीय ही होते हैं। इसका एक कारण है कि उनको अपने भूभाग की पूरी जानकारी होती है। वहीं स्थानीय लोगों के बारे में भी उनको पूरी जानकारी होती है।
  • नए-नए हथियार और गैजेट्स चलाने में भी यह बल दक्ष होता है। 
  • C-60 बल की खास बात यह है कि इसका मुखिया भी आदिवासी ही होता है।
  • तेलंगाना और आंध्रप्रदेश में ग्रेहाउंड्स तथा ओडिशा में नक्सलियों से लड़ने के लिए स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप हैं लेकिन ये सभी राज्य स्तरीय सुरक्षाबल हैं।

Seema Sharma

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