एलसीए तेजस की खरीद मंजूरी पर बोले CDS रावत- स्वदेशीकरण और आत्मनिर्भर भारत पर हमारा जोर

Wednesday, Jan 13, 2021 - 11:26 PM (IST)

नई दिल्लीः एलसीए तेजस लड़ाकू की खरीद मंजूरी मिलने पर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत ने खुशी जताई है। उन्होंने कहा कि हमारा जोर स्वदेशी और आत्मनिर्भर भारत पर है। हमें उम्मीद है कि हमारी वायु सेना बहादुरी के साथ आसमान को छूएगी जिसमें यह प्रमुख घटक विमान शामिल हैं जो कि स्वदेशी हैं। उन्होंने कहा कि हमारा मुख्य उद्देश्य स्वदेशी रक्षा उपकरण को भविष्य में युद्ध के लिए शामिल करना है। 

बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता वाली सीसीएस ने बुधवार को भारतीय वायुसेना के बेड़े के 83 अतिरिक्त स्वदेशी एडवांस तेजस जेट के लिए लगभग 48,000 करोड़ रुपये के सबसे बड़े स्वदेशी रक्षा खरीद सौदे को मंजूरी दे दी। यह सौदा भारतीय रक्षा विनिर्माण में आत्मनिर्भरता के लिए एक गेम-चेंजर होगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इसकी जानकारी दी। बता दें कि रक्षा मंत्रालय ने 40 तेजस जेट की खरीद को पहले ही मंजूरी दे दी है। यानि कि अब देश के पास कुल 123 एडवांस तेजस जेट हो जाएंगे।

इन 123 जेट के अतिरिक्त भारत 170 तेजस Mark-2 की खरीद को मंजूरी देने पर विचार कर रहा है, जो कि पॉवरफुल इंजन और एडवांस टेक्नोलॉजी से बना होगा। रक्षा मंत्रालय के अनुसार वर्ष 2029 तक सभी 83 विमानों को वायुसेना को सौंपने का लक्ष्य है। इन 83 विमानों से वायुसेना की कम से कम छह स्कॉवड्रन बन जाएंगी। एक स्कॉवड्रन में 16-18 शक्तिशाली लड़ाकू विमान होते हैं।

बता दें कि ये 83 मार्क वन-ए फाटइर जेट पुराने सौदे वाले मार्क वन से ज्यादा एडवांस यानी घातक और खतरनाक हैं। तेजस स्वदेशी चौथी पीढ़ी का टेललेस कंपाउंड डेल्टा विंग विमान है। यह फ्लाई बाय वायर फ्लाइट कंट्रोल सिस्टम, इंटीग्रेटेड डिजिटल एवियोनिक्स, मल्टीमॉड रडार से लैस लड़ाकू विमान है और इसकी संरचना कंपोजिट मैटेरियल से बनी है।
 

Pardeep

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