इलाज के लिए CBSE टॉपर को चाहिए 5 करोड़, PM से लगाई मदद की गुहार

Wednesday, May 30, 2018 - 06:06 PM (IST)

नई दिल्ली : सीबीएसई की ओर से घोषित 10वीं के नतीजों में  दिव्यांग श्रेणी में सनसिटी गुड़गांव अनुष्का पांडा, उत्तम स्कूल गाजियाबाद की सान्या गांधी ने टॉप किया है । दोनों को 489 मार्क्स मिले हैं। 14 साल की अनुष्का ने 489 अंकों के साथ टॉप किया है। शारीरिक अक्षमता के बावजूद अनुष्का ने 97.8% अंक हासिल किए है।

यह एक आनुवंशिक रोग है, जो रीढ़ की हड्डी में मोटर न्यूरॉन नामक Nerves पर हमला करता है।  ये कोशिकाएं व्यक्ति की मांसपेशियों (हाथों और पैरों) से संवाद करती हैं जिन्हें आप नियंत्रित कर सकते हैं। जब न्यूरॉन्स काफी घट जाते हैं तो मांसपेशियां अत्याधिक कमजोर हो जाती हैं। जिससे आपका चलना, उठना- बैठना, सांस लेने में काफी दिक्कत होती है। इससे खाना निगलने में मुश्किल होती है और सिर एवं गर्दन पर आपका नियंत्रण भी काफी हद तक प्रभावित होता हैं।


गुरुग्राम के सेक्टर 67 में रहने वाली अनुष्का अपनी कामयाबी पर कहती हैं, 'मैं बहुत खुश हूं, आखिर मेरी मेहनत रंग लाई ।  यह पल मेरे लिए बहुत ख़ास है।  नतीज़े आने से पहले मैं बहुत ज़्यादा टेंस थी की क्या होगा?' अनुष्का ने बताया कि कैसे उन्होंने परीक्षा के लिए अपनी तैयारी की।  अनुष्का ने कहा 'पहले दिन से ही मैंने अपनी पढाई को जारी रखा हुआ था, मैं अपने स्कूल को तहेदिल से शुक्रिया कहना चाहूंगी जहां से मुझे पूरा सहयोग मिला।  क्योंकि मैं एक विशेष छात्रा हूं इसलिए स्कूल ने मुझे परीक्षा के समय में सारी सुविधाओं को उपलब्ध कराने में कोई कसर नहीं छोड़ी ताकि मैं परीक्षा में बेहतरीन प्रदर्शन कर सकूं।  अनुष्का को चैस खेलना पंसद है और आगे चल कर वह सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनना चाहती है।

अपनी बीमारी के बारे में बताते हुए अनष्का कहती है कि इस बीमारी के इलाज का खर्चा भी 7 लाख 50 हजार डॉलर (5 कोरड़)  आता है, जो काफी ज्यादा है। वहीं अनुष्का ने अपने इलाज में मदद के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी 28 जुलाई 2017 को पत्र लिखा था।


उसके साथ ही अनुष्का ने डायरेक्टर जनरल ऑफ ड्रग कंट्रोल को भी दवाई भारत भेजने की अनुमति के लिए पत्र लिखा था, लेकिन उन्हें कहा गया है कि इसका इलाज भारत में नहीं हो सकता है।

pooja

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