राजस्थान और दिल्ली के स्कूलों में अचानक पहुंचीं CBSE की टीमें
punjabkesari.in Tuesday, Sep 03, 2024 - 04:07 PM (IST)
नेशनल डेस्क. केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने आज राजस्थान और नई दिल्ली में 27 स्कूलों का औचक निरीक्षण किया। इस निरीक्षण का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि बोर्ड से मान्यता प्राप्त स्कूल CBSE द्वारा निर्धारित मानदंडों का कड़ाई से पालन करें और 'डमी स्कूल' की समस्या को हल किया जा सके।
CBSE के अनुसार, यह निरीक्षण 27 टीमों ने किया, जिनमें एक CBSE अधिकारी और एक सीबीएसई-संबद्ध स्कूल का प्रिंसिपल शामिल था। बोर्ड ने बताया कि निरीक्षण की योजना पूर्व निर्धारित थी और यह सुनिश्चित करने के लिए किया गया कि स्कूलों के संचालन में सभी दिशा-निर्देशों का पालन हो।
CBSE issues a press release - Central Board of Secondary Education (CBSE) conducted a series of surprise inspections across 27 schools in Rajasthan and the NCT of Delhi today. These inspections were aimed at ensuring that the schools affiliated with the Board are strictly… pic.twitter.com/86wXKcrsra
— ANI (@ANI) September 3, 2024
आगे भी जारी रहेंगे निरीक्षण
CBSE शिक्षा में उच्च मानकों को बनाए रखने के प्रति प्रतिबद्ध है। बोर्ड ने कहा है कि भविष्य में भी ऐसे निरीक्षण जारी रहेंगे, ताकि मान्यता प्राप्त स्कूलों में क्वालिटी एजुकेशन और मानक बनाए रखें। CBSE ने स्पष्ट किया कि वह सभी संबद्ध स्कूलों से अपने दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन की अपेक्षा करता है और निरीक्षण के निष्कर्ष व्यापक होंगे। गैर-अनुपालन की स्थिति में उचित कार्रवाई की जाएगी।
डमी स्कूलों का चयन क्यों करते हैं छात्र
कई छात्र, जो इंजीनियरिंग और मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, डमी स्कूलों में दाखिला लेना पसंद करते हैं ताकि वे पूरी तरह से प्रतियोगी परीक्षाओं पर ध्यान केंद्रित कर सकें। ये छात्र कक्षाओं में नहीं जाते और सीधे बोर्ड परीक्षा में शामिल होते हैं। कुछ राज्यों के छात्रों के लिए मेडिकल और इंजीनियरिंग संस्थानों में उपलब्ध कोटा को ध्यान में रखते हुए भी अभ्यर्थी डमी स्कूलों का चयन करते हैं। उदाहरण के लिए, जिन अभ्यर्थियों ने दिल्ली में कक्षा 11 और 12 पूरी की है, उन्हें दिल्ली राज्य कोटा के तहत राष्ट्रीय राजधानी के मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए प्राथमिकता दी जाती है।