CBI vs CBI: अजीत डोभाल का फोन किया गया टैप!

Wednesday, Nov 21, 2018 - 11:32 AM (IST)

नई दिल्लीः सीबीआई अफसरों के बीच शुरू हुआ विवाद काफी गरमा गया है। ट्रांसफर किए गए सीबीआई डीआईजी मनीष सिन्हा द्वारा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल पर सीबीआई के स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना को बचाने का आरोप लगाने के बाद अब इस मामले में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। आशंका जताई जा रही है कि कई संवेदनशील नंबरों को गैर-कानूनी ढंग से सर्विलांस पर रखा गया था। इतना ही नहीं सिम कार्ड के इस्तेमाल में गड़बड़ी और मोबाइल नंबरों की क्लोनिंग पर भी आशंका जताई जा रही है। इसमें जो सबसे चौंकाने वाली बात है वो यह कि जिन नंबरों को सर्विलांस पर रखा गया, उनमें अजीत डोभाल और राकेश अस्थाना का नंबर भी शामिल है।

मनीष सिन्हा ने दावा किया कि कानून सचिव सुरेश चंद्र ने बिजनसमैन सतीश सना (राकेश अस्थाना के खिलाफ आरोप लगाने वाला व्यक्ति) से मुलाकात की। इस पर चंद्र ने कहा कि वे 8 नवंबर को लंदन में नहीं थे। उन्होंने कहा कि वे इस साल सिर्फ एक बार जुलाई में ही लंदन गए थे। चंद्रा ने कहा कि किसी को फंसाने के लिए परफेक्ट स्क्रिप्ट है फोन कॉल टैप करना। उन्होंने कहा कि जब तक ट्रायल शुरू नहीं होता, तब तक वह खुद को निर्दोष भी साबित नहीं कर सकता है। सिन्हा ने भी उसी के आधार पर आरोप लगाए हैं। सिन्हा ने अपनी याचिका में आरोप लगाया था कि आंध्र प्रदेश काडर की आईएएस ऑफिसर रेखा रानी ने अस्थाना की बिजनसमैन सतीश से मुलाकात करवाई थी।

सिन्हा ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और राकेश अस्थाना की बातचीत का ब्यौरा पेश करते हुए कहा कि डोभाल ने सीबीआई के स्पेशल डायरेक्टर को फोन करके बताया कि उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई गई है, इस पर अस्थाना ने उन्हें गिरफ्तार नहीं किए जाने का भी निवेदन किया था। सिन्हा के इन्हीं दावों के आधार पर माना जा रहा है कि डोभाल का फोन टैप किया जा रहा है तभी सीबीआई डीआईजी को पता चला कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और अस्थाना ने किन-किन से कब बात की।

Seema Sharma

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