‘क्या मणिपुर में साजिशन हुए दंगे…,’ CBI ने दर्ज की 6 FIR, DIG रैंक के अफसर की लीडरशिप में बनाई SIT

Friday, Jun 09, 2023 - 08:09 PM (IST)

नेशनल डेस्कः केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने मणिपुर सरकार द्वारा उसे सौंपे गए हिंसा के छह मामलों की जांच के लिए उप महानिरीक्षक (डीआईजी) रैंक के एक अधिकारी की अगुवाई में विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। गृह मंत्री अमित शाह ने पूर्वोत्तर राज्य के अपने दौरे में मणिपुर हिंसा संबंधी छह प्राथमिकियों की सीबीआई से जांच कराए जाने की घोषणा की थी। इनमें से पांच प्राथमिकी आपराधिक षड्यंत्र और एक प्राथमिकी सामान्य षड्यंत्र से जुड़ी है।

अधिकारियों ने बताया कि केंद्र के माध्यम से राज्य द्वारा सौंपे गए मामलों पर कार्रवाई करते हुए सीबीआई ने एसआईटी का गठन किया और जांच अपने हाथ में ले ली। गौरतलब है कि मणिपुर में अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने की मेइती समुदाय की मांग के विरोध में तीन मई को पर्वतीय जिलों में ‘आदिवासी एकजुटता मार्च' के आयोजन के बाद हिंसक झड़पें शुरू हो गई थीं। इस हिंसा में अब तक करीब 100 लोगों की मौत हुई है और 300 से अधिक लोग घायल हुए हैं।

शाह ने नगा विधायकों के साथ की बैठक
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नगा विधायकों के साथ एक बैठक की। शाह उनसे कुकी और मैतेई समुदायों के बीच एक मध्यस्थ के रुप में काम करने की अपील की। शाह ने यह अपील कुकी विधायकों द्वारा अलग प्रशासन की मांग और नागा विधायकों द्वारा इस मांग से दूरी बनाए जाने की बात के बाद की है। जिन छह पहाड़ी जिलों में कर्फ्यू नहीं लगाया गया है, वे ज्यादातर नगा बहुल क्षेत्र हैं।

केंद्र ने दी 101.75 करोड़ रुपये का राहत पैकेज 
मणिपुर सरकार के सुरक्षा सलाहकार कुलदीप सिंह ने बताया कि मणिपुर में स्थिति शांतिपूर्ण और नियंत्रण में है। पिछले 48 घंटों में हिंसा की कोई घटना नहीं हुई है। उन्होंने यह भी घोषणा की कि गृह मंत्रालय (MHA) ने मणिपुर में विस्थापित लोगों की सहायता के लिए 101.75 करोड़ रुपये के राहत पैकेज को मंजूरी दी है।

अब तक 896 असहले बरामद
मणिपुर में हिंसा शुरू होने के बाद पुलिस शस्त्रागार और शिविरों से 4 हजार से अधिक हथियार लूट लिए गए। हालांकि, सुरक्षा बलों ने अब तक कुल 896 हथियार, 11,763 गोला-बारूद और 200 विभिन्न प्रकार के बम बरामद किए हैं, जिसमें बुधवार से 28 और हथियार बरामद किए गए हैं।

पहाड़ी जिलों में 8-10 घंटे कर्फ्यू में ढील
घाटी के पांच जिलों में कर्फ्यू में 12 घंटे और पड़ोसी पहाड़ी जिलों में आठ से दस घंटे की ढील दी गई है। एनएच-37 के साथ-साथ आवश्यक वस्तुओं की आवाजाही सुनिश्चित की गई है। राज्य और केंद्रीय बलों की संयुक्त टीमों ने भी राज्य के कई हिस्सों में तलाशी अभियान तेज कर दिया है और वरिष्ठ अधिकारियों को संवेदनशील इलाकों में तैनात किया गया है।

Yaspal

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