केंद्र के सपने को झटका, तय अवधि में ‘कैशलैस सिटी’ बनाने में प्रशासन हुआ फेल

Saturday, Dec 10, 2016 - 07:36 AM (IST)

चंडीगढ़(विजय) : देश के पहले वैल प्लांड शहर चंडीगढ़ को भारत का पहला कैशलैस सिटी बनाने का केंद्र सरकार का सपना चंडीगढ़ प्रशासन अपने ही द्वारा तय की गई अवधि में पूरा नहीं कर पाया है। गत 28 नवम्बर को चंडीगढ़ प्रशासन ने 10 दिसम्बर तक चंडीगढ़ को कैशलैस सिटी बनाने की घोषणा कर दी थी लेकिन कोई पुख्ता तैयारी न होने से योजना सिरे नहीं चढ़ पाई। अब इस पर प्रशासन का कोई अधिकारी खुलकर बोलने से भी बच रहा है। यह बात अलग है कि चंडीगढ़ को पहला कैशलैस सिटी बनाने की तैयारी भी प्रशासन ने छोड़ी नहीं है। संबंधित लोगों के साथ बैठकों का दौर चल रहा है और कैशलैस सिटी के नए तरीकों को अमलीजामा पहनाने की कवायद हो रही है।

 

अब ट्रांजैक्शन के तीन मोड चुने :
प्रशासन ने कैशलैस सिटी के शुरुआती दौर के लिए ट्रांजैक्शन के तीन मोड चुने हैं। इनमें यूनिफाइड पेमैंट इंटरफेस सिस्टम (यू.पी.आई.), स्वाइप मशीन और मैट्रो कार्ड को शामिल किया गया है। जल्द ही इन तीनों तरीकों को शहर में प्रचलित करने के लिए प्रशासन द्वारा जागरूकता अभियान शुरू किया जाएगा। इनमें मैट्रो कार्ड पर प्रशासन तेजी से काम कर रहा है। मैट्रो ट्रेन की तर्ज पर इस कार्ड के जरिए प्रशासन के सभी विभागों में ट्रांजैक्शन हो पाएंगी। फिलहाल, चंडीगढ़ हाऊसिंग बोर्ड (सी.एच.बी.) और रजिस्ट्रिंग एंड लाइसैंसिंग अथॉरिटी (आर.एल.ए.) को छोड़ दिया जाए तो अभी तक किसी अन्य डिपार्टमैंट ने कैशलैस होने का दावा नहीं किया है। इस मामले में अब प्रशासन भी बैकफुट पर आ गया है। प्रशासन द्वारा अब कहा जा रहा है कि आने वाले कुछ दिनों तक चंडीगढ़ में कैंपेन चलाए जाएंगे। इसके तहत लोगों को कैशलैस कांसैप्ट के बारे में जागरुक किया जाएगा।

 

200 जगहों पर लगाई गई मशीनें :
जब तक चंडीगढ़ पूरी तरह कैशलैस सिटी घोषित नहीं किया जाता, तब तक चंडीगढ़ के सरकारी विभागों में कैश से भी पेमैंट स्वीकार की जाएगी। प्रशासन द्वारा बताया जा रहा है कि सरकारी विभागों में 12 दिसम्बर से कैशलैस ट्रांजैक्शंस शुरू कर दी जाएंगी। इसके लिए 200 जगहों पर सेल मशीन भी लगाई जा रही हैं। इससे पहले सैक्टर्स, गांव और कॉलोनियों में जागरुकता अभियान शुरू किया जाएगा। प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार सरकारी विभागों में यूनिफाइड पेमैंट इंटरफेस सिस्टम शुरू किया जाएगा। इसके साथ ही 13 गांवों में कैशलैस ट्रांजैक्शन शुरू की जाएगी। ई-संपर्क सैंटर्स में भी क्रैडिट-डैबिट कार्ड से ट्रांजैक्शन शुरू होंगी। कैशलैस ट्रांजैक्शन को प्रचलित करने के लिए जल्द ही प्रशासन द्वारा एक स्लोगन राइटिंग कंपीटिशन भी आयोजित किया जाएगा। जागरूकता अभियान लगभग एक महीने तक चलेगा। एच.डी.एफ.सी. बैंक ने कैशलैस कांसैप्ट के लिए चंडीगढ़ प्रशासन का पार्टनर बनने की भी घोषणा कर दी है।

 

इन ऑप्शन पर प्रशासन कर रहा काम :
यू.पी.आई.

बैंक ए.टी.एम. से अपना मोबाइल फोन नंबर रजिस्टर करें।
यू.पी.आई. एप्लिकेशन को अपने मोबाइल फोन में डाऊनलोड करें।
अपना यूनीक आई.डी. बनाएं।
अपना यू.पी.आई. पिन सेट करें।
इसके बाद आप ट्रांजैक्शन शुरू कर सकते हैं।

यू.एस.एस.डी.
अपने मोबाइल फोन नंबर को बैंक अकाऊंट से रजिस्टर करें।
अपने फोन से *99प्त डायल करें।
अपने बैंक के पहले तीन लैटर्स को भरें या आई.एफ.एस.सी. के पहले चार लैटर्स।
फंड ट्रान्सफर-एम.एम.आई.डी. ऑप्शन को चुनें।
पेमैंट किसे करनी है उसका मोबाइल फोन नंबर और एम.एम.आई.डी. भरें।
अमाऊंट और अपना एम.पी.आई.एन. एंटर करें।
स्पेस छोड़ें और अपने अकाऊंट के अंतिम चार डिजिट टाइप करें।
ट्रांसफर की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।

 

ई-वॉलेट
एस.बी.आई. बडी जैसा या कोई अन्य वॉलेट डाऊनलोड करें।
अपने मोबाइल फोन नंबर से रजिस्टर करें।
इसे अपने डैबिट-क्रैडिट कार्ड या नैट बैंकिंग से लिंक करें।
इसके बाद ही ट्रांजैक्शन की प्रक्रिया को शुरू किया जा सकता है।

 

कार्ड
अधिकांश पेमैंट्स को अपने प्रीपेड, डैबिट या क्रैडिट कार्ड से ही करें।
अपने कार्ड को मशीन पर स्वाइप करें।
अपना पिन नंबर डालें और रसीद जरूर लें।
 

आधार इनेबल्ड पेमैंट सिस्टम
अपने आधार कार्ड को बैंक अकाऊंट से लिंक करें।
इसके बाद फंड ट्रांसफर, बैलेंस इंक्वायरी, कैश डिपॉजिट, विदड्राल और इंटर बैंक ट्रांजैक्शन की सुविधाएं ली जा सकती हैं।

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