कोरोना के इलाज़ में लापरवाही के कारण अस्पताल पर दर्ज हुआ केस

Friday, Apr 10, 2020 - 06:24 PM (IST)

नई दिल्ली: एक तरफ कोरोना वायरस से लड़ने में अस्पताल दिन रात सेवा कर रहे है। वहीं दूसरी तरफ दिल्ली पुलिस ने शहर के एक अस्पताल के प्रबंधन के खिलाफ कोरोना वायरस मामलों के बारे में स्थानीय प्रशासन को सूचित करने में लापरवाही बरतने का मामला दर्ज किया है। पुलिस ने कहा कि पश्चिमी दिल्ली के पंजाबी बाग स्थित महाराज अग्रसेन अस्पताल के अधिकारियों ने सरकारी दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करते हुए कोरोना पॉजिटिव मरीज का शव स्थानीय प्रशासन को सूचित किए बिना ही उसके संबंधियों को सौंप दिया था। 

सभी स्टाफ को जांच का आदेश 
हिंदुस्तान टाइम्स में छपी रिपोर्ट के मुताबिक गंगाराम हॉस्पिटल के 100 से ज्यादा स्टाफ को क्वारेंटाइन में रहने के आदेश दिए गए थे, इसके बावजूद अग्रसेन अस्पताल ने महिला मरीज को वहां रेफर कर दिया इधर, दिल्ली सरकार ने कोरोना पॉजिटिव मरीज को रेफर करने को लेकर अग्रेसन अस्पताल में भर्ती सभी मरीजों और 82 स्टाफ की जांच के आदेश दिए हैं।

दिल्ली वेस्ट के डीसीपी दीपक पुरोहित ने बताया कि बीते 4 अप्रैल को अग्रसेन अस्पताल में मरीज की मौत हो गई थी। अस्पताल प्रबंधन ने दिल्ली सरकार को सूचना दिए बगैर मरीज का शव उसके परिजनों को सौंप दिया। यह सरकार के निर्देशों का उल्लंघन है। मरीज की मृत्यु के बाद उसके अंतिम संस्कार में परिजनों समेत कई लोग उपस्थित हुए थे, जिस से उस मरीज के भाई में भी कोरोना वायरस का संक्रमण पाया गया। इसी आधार पर पुलिस ने आपदा प्रबंधन एक्ट, एंडेमिक एक्ट और आईपीसी के तहत अग्रसेन अस्पताल के खिलाफ केस दर्ज किया है।

अस्पताल ने आरोपों को बताया बेबुनियाद 
अस्पताल ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को खारिज किया है। अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. दीपक सिंगला ने कहा कि 20 मार्च को ही अस्पताल के क्लीनिक को बंद कर दिया गया था। उसके बाद से सिर्फ इमरजेंसी केस ही देखे जा रहे थे। बहुत कम संख्या में ही मरीजों को भर्ती किया गया था। डॉ. सिंगला ने कहा कि सरकार के सभी दिशा-निर्देशों का हम लोगों ने पालन किया है।

Riya bawa

Advertising