ऑफ द रिकॉर्डः विश्वास से नहीं कह सकते कब कम होगा दूसरी लहर का असर

Tuesday, Apr 27, 2021 - 06:45 AM (IST)

नई दिल्लीः देश में कोरोना की दूसरी लहर हो सकता है मई के अंत तक बनी रहे परंतु अगले 3 हफ्तों में यह लगातार ऊंचाई की तरफ बढ़ेगी। 15 फरवरी से शुरू हुई दूसरी लहर को पूरा जोर दिखाकर धीमी पडऩे में 100 दिन लग सकते हैं। ऐसी पहली रिपोर्ट देश के सबसे बड़े सार्वजनिक बैंक स्टेट बैंक की आर्थिक शोध शाखा की ओर से पेश की गई थी जिसमें कहा गया था कि मार्च में शुरू होने वाली दूसरी लहर पहली लहर की तुलना में काफी अधिक घातक होगी। 

रिपोर्ट में कहा गया था कि कोरोना टीका की मौजूदगी के कारण इस बार स्थिति थोड़ी भिन्न होगी। लगभग 13 करोड़ लोगों को कोरोना टीका लगाया जा चुका है। रिपोर्ट के अनुसार राजस्थान, गुजरात, केरल, उत्तराखंड व हरियाणा ने 60 साल से ऊपर की अपनी 30 प्रतिशत बुजुर्ग आबादी को टीका लगा दिया है। पंजाब, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश व प. बंगाल में कम बुजुर्गों का टीकाकरण किया गया है। 

एक अन्य रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में कोरोना संक्रमण के फैलाव की तुलना में अधिक तेजी से टीकाकरण किया गया। गत एक वर्ष में कुल कोरोना मामले 1.17 करोड़ हो गए परंतु 15 जनवरी से 25 अप्रैल तक संक्रमण के मामले 45 लाख से अधिक बढ़ गए। अगले एक महीने में भारत में 55-65 लाख मामले आ सकते हैं क्योंकि इस समय रोज 3 लाख से अधिक नए मामले आ रहे हैं। इस का सीधा अर्थ हुआ कि अगर गत वर्ष भारत में 117 लाख मामले आए थे तो इस साल 100 लाख मामले उस अवधि से कम समय में आ सकते हैं।

सांत्वना वाली बात यह है कि ये मामले उतने घातक नहीं होंगे, जैसे ये आज हैं। फिर भी हालात डरावने हैं।  अमरीका में रह रही एपिडिमियोलॉजिस्ट डा. भ्रमर मुखर्जी का कहना है कि अगर कोरोना कमजोर पड़ भी जाए तो भी अगले 70 से 100 दिन भारत के लिए बहुत कष्टकारी होंगे। 

उन्होंने कहा कि पूरे विश्वास से नहीं कहा जा सकता कि भारत में कोरोना का असर कब कम होगा। ब्रिटेन व अमरीका में भी दूसरी लहर आई थी परंतु उन देशों ने अपने सुरक्षा बंदोबस्त कम नहीं किए और दुनियाभर से अधिक टीकाकरण किया। भारत के लिए यह चुनौती है कि वह अपने नागरिकों का कितनी तेजी से टीकाकरण कर पाता है। 

Pardeep

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