फर्जी कॉल सेंटर्स का मास्टरमाइंड गिरफ्तार, विदेश से सीखकर आया था ठगे के तरीके

Monday, Oct 17, 2016 - 04:02 PM (IST)

ठाणे: लाखों डॉलर के फर्जी कॉल सेंटर रेकेट के कथित सरगना सागर ठक्कर उर्फ शैगी के ‘उस्ताद’ को गिरफ्तार कर लिया गया है। यह व्यक्ति मुंबई का एक उद्योगपति है। इस फर्जी कॉल सेंटर के जरिए भारतीय टेली-कॉलरों की मदद से अमेरिकी करदाताओं से धन की ठगी की जाती थी। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने नाम उजागर न करने की शर्त पर कहा कि जगदीश कनानी नामक 33 वर्षीय व्यक्ति को कल रात उपनगर बोरीवली से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के अनुसार, ठक्कर इस समय फरार है। उसने अहमदाबाद और मुंबई में कनानी के मातहत काम किया था। तब उसने और उसके कुछ साथियों ने अपने ‘गुरु’ से व्यापार की तरकीबें सीखी थीं। 


आरोपी ने विदेश से सीखे थे ठगी के तरीके
कनानी ने विदेश में एक बीपीआे कंपनी में काम करना शुरु किया था और वहीं उसने आउटसोर्सिंग कंपनियों से धन संग्रहण के तरीके सीखे थे। इसके बाद उसने अपनी जानकारी को दुरूस्त किया और फिर अमेरिकी पीड़ितों से धन की उगाही करने के लिए देशभर में फर्जी कॉल सेंटर स्थापित किए।  उन्होंने कहा कि गिरोह के गिरतार आरोपियों से पूछताछ के दौरान मिले सुरागों के बाद से कनानी पुलिस की रडार पर आ गया था। 
 

कनानी की गिरफ्तारी पुलिस के लिए बड़ी उपलब्धि
कनानी की गिरफ्तारी ठाणे पुलिस के लिए एक बड़ी उपलब्धि है क्योंकि इससे पुलिस को इस पूरे तंत्र की उन जड़ों तक जाने में मदद मिलेगी, जो गुडग़ांव, अहमदाबाद और ठाणे जैसे शहरों में फैली हैं।  अधिकारी ने कहा कि देशभर मंे फर्जी कॉल सेंटर स्थापित करने के पीछे कनानी का दिमाग था। एेसा ही एक कॉल सेंटर मीरा रोड पर था, जिसपर ठाणे पुलिस ने इस माह की शुरूआत में छापा मारा था। कनानी, ठक्कर को उसके कारोबार स्थापित करने में मदद देने का संदिग्ध है।  

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