दिल्ली में CAA को लेकर विरोध प्रदर्शन उग्र, जामिया इस्लामिया समेत इन मेट्रो स्टेशन पर प्रवेश बंद

Sunday, Dec 15, 2019 - 11:42 PM (IST)

नई दिल्लीः नागरिकता संशोधन कानून को लेकर दिल्ली में विरोध प्रदर्शन उग्र हो गया है, जिसके बाद दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने कई मेट्रो स्टेशन पर प्रवेश और निकास द्वार बंद करने का निर्णय लिया है। डीएमआरसी ने ट्वीट कर बताया कि दिल्ली पुलिस के परामर्श पर सुखदेव बिहार, जामिया इस्लामिया, ओखला विहार, जसोला विहार शाहीन बाग समेत 15 मेट्रो स्टेशन पर प्रवेश और निकास द्वार बंद कर दिए गए हैं। इन स्टेशनों पर मेट्रो ट्रेन नहीं रुकेगी। डीएमआरसी ने उग्र प्रदर्शन को देखते हुए वसंत विहार, मुनरिका, आरकेपुरम, जीटीबी नगर, शिवाजी स्टेडियम मेट्रो स्टेशन भी बंद कर दिए गए हैं। 

संशोधित नागरिकता कानून का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों का रविवार को पुलिस के साथ संघर्ष हो गया और उन्होंने दक्षिण पूर्व दिल्ली के न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में डीटीसी की कई बसों और एक अग्निशमन गाड़ी में आग लगा दी। पुलिस ने बताया कि इस हिंसक प्रदर्शन में एक सिपाही और दो दमकलकर्मी जख्मी हो गए। हालांकि, जामिया मिल्लिया छात्रों के समूह ने बयान जारी कर नागरिकता अधिनियम के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा से खुद को अलग किया।


दिल्ली अग्निशमन सेवा के एक अधिकारी ने कहा कि घटनास्थल पर दमकल की चार गाड़ियां भेजी गई हैं। प्रदर्शनकारियों की हिंसा में एक दमकल गाड़ी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और दो कर्मी जख्मी हो गए। कांग्रेस से संबद्ध नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय सचिव सिमॉन फारूकी ने दावा किया कि प्रदर्शनकारी शांतिपूर्ण तरीके से मथुरा रोड पर बैठे थे तभी पुलिस ने उनमें से कुछ को ‘‘परेशान'' करने का प्रयास किया जिसका उन्होंने विरोध किया।

जामिया मिल्लिया इस्लामिया छात्रों के एक समूह ने कहा कि हिंसा और आगजनी से उनका कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने आरोप लगाए कि ‘‘स्थानीय तत्व'' प्रदर्शन में शामिल हो गए और उन्होंने इसे ‘‘बाधित किया।'' उन्होंने कहा कि प्रदर्शन हिंसक हो जाने के कारण वे परिसर में लौट आए और परिसर में शांतिपूर्ण तरीके से विरोध कर रहे हैं।

कुछ प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि जब वे शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन कर रहे थे तो पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज किया। फारूकी ने कहा कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े। एक छात्र ने दावा किया कि पुलिसकर्मियों द्वारा बल प्रयोग करने के बाद कुछ प्रदर्शनकारियों ने बसों में आग लगा दी और तोड़फोड़ की।

Yaspal

Advertising