इस साल भी दुनिया भर में क्रिसमस की खुशियों को लगा ग्रहण, खौफ के साए में मनाया गया त्यौहार (Pics)

Sunday, Dec 26, 2021 - 01:23 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः  पिछले 2 साल से कोविड के चलते पटरी से उतरी जिंदगी इस साल  धीरे- धीरे सामन्य होने लगी थी लेकिन  2021 का अंत आते-आते कोविड के नए वेरिएंट ओमीक्रोन ने अचानक कहर मचा दिया। दुनिया भर में मनाए जाने वाले क्रिसमस के त्यौहार पर कोरोना के ग्रहण का असर दिखा। लगातार दूसरे साल कई देशों में संक्रमण के बढ़ते मामलों, अस्पतालों में संक्रमितों की बड़ी संख्या, उड़ानों के रद्द होने और धार्मिक कार्यक्रमों पर पाबंदियों के बीच क्रिसमस मनाया गया। यह ऐसे समय हुआ जब पिछले साल के मुकाबले इस साल टीके की उपलब्धता थी।

कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमीक्रोन की वजह से एशिया के कुछ देशों ने संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए पाबंदी लगाई थी जबकि यूरोप और अन्य स्थानों पर सरकारों ने अपने नागरिकों को मास्क पहनने और स्वेच्छा से कार्यक्रमों में लोगों की संख्या सीमित करने की सलाह दी थी और मामले बढ़ने के बावजूद लोगों से स्वयं स्थिति का आकलन करने की अपील की थी।

 

फ्रांस में कोविड मरीजों की सांसे बचाते गुजरी क्रिसमस की पूर्व संध्या
फ्रांस के शहर मर्से के अस्पताल में गहन चिकित्सा इकाई की प्रमुख डॉ. जूलियन कार्वेली ने बताया कि अधिकतर मरीज वे हैं जिन्होंने कोविड-19 का टीका नहीं लगवाया है और उसके सहकर्मी थक चुके हैं या स्वयं संक्रमित होने की वजह से काम नहीं कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि एक और क्रिसमस की पूर्व संध्या हमारे कर्मी मशीन से कोविड-19 मरीजों की सांसे बचाते हुए गुजारे। ‘‘ हमें भय है कि यहां पर पर्याप्त जगह नहीं होगी।'' ब्रिटेन में दैनिकों मामलों की संख्या एकबार और रिकॉर्ड तोड़कर 1,22,186 पहुंचने के बाद हजारों लोग पूरे इंग्लैंड में क्रिसमस से पहले टीके की बूस्टर खुराक लगवाते नजर आए। पोप फ्रांसीस ने अपने क्रिसमस संबोधन का इस्तेमाल गरीब देशों के लोगों तक टीके की खुराक पहुंचाने की प्रार्थना करने के लिए किया।

फिलीपीन में हजारों लोगों ने बिना आवास, बिजली और भोजन मनाया पर्व
वहीं, एशियाई में कैथोलिक ईसाई की सबसे बड़ी आबादी वाले देश फिलीपीन में हजारों लोगों ने बिना आवास, बिजली या पर्याप्त भोजन के क्रिसमस मनाया क्योंकि पिछले हफ्ते आए शक्तिशाली तूफान ने मध्य प्रांत में भारी तबाही मचाई है और 375 लोगों की इसमें जान गई है। बहोल प्रांत के गर्वनर आर्थर याप ने बताया कि तूफान में करीब 100 लोगों की मौत हुई है और करीब 1.5 लाख मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों से मदद मांगी गई है। दक्षिण कोरिया में सामाजिक दूरी के नियमों की वजह से गिरिजाघरों की क्षमता से 70 प्रतिशत कम श्रद्धालु ही प्रार्थना में शामिल हो सके और इसके लिए भी पूर्ण टीकाकरण की शर्त थी।

दक्षिण कोरिया में संक्रमण और मौतों के मामले लगातार बढ़ रहे हैं जिसके बाद उसे कड़े प्रतिबंध लगाने पड़े हैं। ऑस्ट्रेलिया में भी कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर राज्यों को मास्क और अन्य उपायों को अनिवार्य करना पड़ा है। भारत में भी सादे तरीके से क्रिसमस मनाया गया और भीड़ से ज्यादा सजावट को प्रमुखता से की गई। अधिकारियों ने दिल्ली- मुंबई सहित पांच बड़े शहरों में रात का कर्फ्यू और अन्य पाबंदियां लगाई है।

 

क्रिसमस की छुट्टियों में यात्रा करने वाले हुए परेशान
मुंबई में लोगों ने मध्य रात्रि की प्रार्थना में हिस्सा लिया लेकिन उनकी संख्या सीमित थी। क्रिसमस की छुट्टियों में यात्रा करने वालों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा क्योंकि दुनियाभर की विमानन कंपनियों ने ओमीक्रोन और कर्मियों की कमी के चलते सैकड़ों उड़ाने रद्द की। फ्लाइट वेयर के मुताबिक शुक्रवार और शनिवार को निर्धारित 3900 से अधिक उड़ाने रद्द की गई जिनमें से आधी उड़ाने चीनी विमानन कंपनियों की थी।

अमेरिका में करीब 1100 उड़ाने रद्द हुईं। गत दो साल से महामारी का कहर पूरी दुनिया पर है लेकिन न्यूजीलैंड ने अलग-थलग अपनी भौगोलिक स्थिति का इस्तेमाल इससे बचने के लिए किया और इसका नतीजा है कि यहां पर सीमित पाबंदियों के बीच लोगों ने क्रिसमस मनाया। हालांकि, यहां भी दूसरे देशों से आने वाले परिवार के सदस्यों की कुर्सियां खाली देखी गई। फीजी में लोगों ने धार्मिक हर्षोल्लास के साथ क्रिसमस मनाया।

 


बाइडेन ने सैन्यकर्मियों से वीडियो कॉल पर बात करके मनाया क्रिसमस
अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में व्हाइट हाउस में क्रिसमस का अपना पहला त्योहार मनाते हुए जो बाइडेन ने दुनियाभर में तैनात देश के सैन्य कर्मियों को वीडियो कॉल करके उन्हें शुभकामनाएं दीं और देश के प्रति उनकी सेवा एवं बलिदान के लिए कृतज्ञता प्रकट की। बाइडेन और उनकी पत्नी जिल ने शनिवार को वीडियो कॉल के जरिए कतर, रोमानिया, बहरीन एवं अमेरिका में तैनात आर्मी, मरीन कोर्प्स, नेवी, एयर फोर्स, स्पेस फोर्स, कोस्ट गार्ड के सैन्य प्रतिनिधियों से बात की।

उन्होंने सैन्य कर्मियों से कहा, ‘‘आपका कमांडर इन चीफ होने के नाते, मैं आपका अत्यंत धन्यवाद करना चाहता हूं। हम आपकी बहादुरी, आपके बलिदान, न केवल आपके बलिदान, बल्कि आपके परिवार के बलिदान के लिए भी आभारी हैं।'' जो बाइडेन और जिल बाइडन ने व्हाइट हाउस में परिवार के साथ अपेक्षाकृत सादे तरीके से क्रिसमस का त्योहार मनाया।

 

2000 लोगों के सामने बिना मास्क के ही रहे पोप फ्रांसिस
पोप फ्रांसिस ने कोविड-19 के मामले फिर से बढ़ने के बावजूद सेंट पीटर्स बासिलिका में अनुमानित रूप से 2000 लोगों के सामने क्रिसमस मनाया। ईसाइयों के धार्मिक गीत ‘‘नोएल'' के गान के बीच फ्रांसिस बिना मास्क लगाए मध्य गलियारे में आए और इसी के साथ ईसा मसीह के जन्म का जश्न शुरू हो गया। क्रिसमस की पूर्व संध्या पर प्रार्थना के दौरान वह बिना मास्क के ही रहे। ऐसा बताया जाता है कि पोप ने तीसरी बूस्टर खुराक ले ली है। फ्रांसिस ने अमीर देशों से विकासशील देशों को टीके की खुराक मुहैया कराने का आह्वान किया।

लगातार दूसरे दिन इटली में  50,599 नए मामले सामने आए
शुक्रवार की प्रार्थना सभा में करीब 2,000 लोग उपस्थित रहे जबकि 2020 में 200 लोगों को प्रवेश की अनुमति दी गयी थी और उस समय इटली में क्रिसमस के मौके पर पूरी तरह से लॉकडाउन लगा हुआ था। हालांकि, सेंट पीटर्स की क्षमता के मुकाबले यह संख्या बहुत कम है। सेंट पीटर्स में 20,000 लोगों तक के बैठने की क्षमता है।  इस साल कोई कर्फ्यू नहीं लगा है लेकिन संक्रमण के मामले 2020 के मुकाबले अधिक हैं। लगातार दूसरे दिन इटली में शुक्रवार को 50,599 नए मामले सामने आए तथा 141 मरीजों की मौत होने से मृतकों की कुल संख्या 1,36,386 हो गयी है।

 

 
महारानी एलिजाबेथ ने लोगों को  जश्न मनाने को किया प्रोत्साहित
ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने क्रिसमस दिवस पर अपने संदेश में अपने पति की मृत्यु के बाद महसूस किए गए दर्द को साझा किया और महामारी के दूसरे वर्ष भी जारी रहने के चलते लोगों को दोस्तों एवं परिवार के साथ जश्न मनाने के लिए प्रोत्साहित किया। महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने प्रिंस फिलिप के साथ अपनी तस्वीर के बगल में खड़े होकर क्रिसमस पर अपना संबोधन दिया। प्रिंस फिलिप का गत अप्रैल में 99 वर्ष की आयु में निधन हो गया था।

उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि यह कई लोगों के लिए बहुत खुशी का समय है, क्रिसमस का त्योहार उन लोगों के लिए कठिन हो सकता है जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। विशेष रूप से इस साल, ऐसा क्योंकि, मैं समझती हूं।'' महारानी के पहले से रिकॉर्ड किये गए संदेश का प्रसारण ऐसे समय किया गया जब कई ब्रिटिश परिवार अपने पारंपरिक क्रिसमस रात्रिभोज का आनंद ले रहे थे। महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने कहा कि उनके अपने नुकसान के बावजूद उनका परिवार ‘‘खुशी का एक बड़ा स्रोत है।'' उन्होंने कहा, ‘‘कोविड-19 के  एक बार फिर पांव पसारने का मतलब है कि हम अपनी इच्छानुसार उत्सव नहीं मना सकते।

 

 

Tanuja

Advertising