bye-bye 2018: दिग्गज नेताओं के ऐसे विवादित बयान, जिनसे भारतीय राजनीति हुई शर्मसार

Thursday, Dec 27, 2018 - 02:10 PM (IST)

नई दिल्ली: नए साल के आगाज में कुछ ही दिन शेष हैं।  एक हफ्ते बाद 2018 को हमेशा के लिए अलविदा कह देंगे। इससे पहले कि हम इस साल को अलविदा कहें। एक नजर डालते हैं, इस साल के ऐसे विवादित बयानों पर जिनसे भारतीय राजनीति शर्मसार हुई। 



इस लिस्ट में सबसे पहला नाम देश के पीएम नरेंद्र मोदी का आता है जिन्होंने राजस्थान में विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान जयपुर में दौरान सोनिया गांधी का नाम लिए बगैर विवादित टिप्पणी की थी। मोदी ने विरोधी दल कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के लिए सार्वजनिक मंच से 'विधवा' शब्द का इस्तेमाल किया था 4 दिसंबर को मोदी ने कहा था, ये कांग्रेस की कौन सी विधवा थी, जिसके खाते में रुपया जाता है। 



इस लिस्ट में दूसरा नाम कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का है जिन्होंने राफेल सौदे पर बीजेपी को घेरते हुए न सिर्फ एक बार बल्कि कई बार चौकीदार चोर है का नारा लगाया। उनका निशाना भले ही किसी व्यक्ति पर था लेकिन पीएम पर दिए गए इस बयान काफी आलोचना की गई। 



तीसरा नाम यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का है जिन्होंने राजनीति के गिरते स्तर में बजरंगबली का नाम भी जमकर उछाला। योगी ने राजस्थान के अलवर जिले में एक रैली को संबोधित करते हुए कथित तौर पर कहा था कि हनुमान वनवासी, वंचित और दलित थे। बजरंग बली ने उत्तर से लेकर दक्षिण और पूर्व से लेकर पश्चिम तक सभी भारतीय समुदायों को एकजुट करने का काम किया।

इस साल राजनीति में बयानबाजी के गिरते स्तर का सबसे बड़ा उदाहरण उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष राज बब्बर ने उस वक्त पेश किया जब उन्होंने प्रधानमंत्री की मां को ही इसमें खींच लिया। बब्बर ने मध्य प्रदेश के इंदौर में एक चुनावी सभा में कहा था कि पूर्ववर्ती यूपीए सरकार के दौरान डॉलर के मुकाबले रूपए की कीमत गिरने पर मोदी पहले इसकी तुलना तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की उम्र से करते थे और आज इसकी रूपएकी कीमत इतनी गिर गई है कि यह उनकी मां की उम्र की ओर बढ़ रही है। राज बब्बर के इस बयान की काफी आलोचना की गई थी।

Anil dev

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