रिटायर एयरमार्शल का वीडियो शेयर कर किरन रीरीजू ने साधा दिग्विजय पर निशाना, जानें क्या बोले?

Tuesday, Jan 24, 2023 - 07:04 PM (IST)

नई दिल्लीः सर्जिकल स्ट्राइक पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह की टिप्पणी को लेकर उठे विवाद के बीच केंद्रीय कानून मंत्री किरण रीजीजू ने सेवानिवृत्त एयर मार्शल रघुनाथ नांबियार का एक वीडियो मंगलवार को साझा किया, जिसमें वह कहते सुने जा रहे हैं कि बालाकोट हवाई हमला एक 'शानदार सफलता' थी।

रीजीजू ने ट्विटर पर वीडियो क्लिप साझा करते हुए कहा, ‘‘यह कांग्रेस पार्टी और उन सभी को जवाब है जो भारतीय सशस्त्र बलों पर सवाल उठाते हैं।'' वीडियो में, 2019 में भारतीय वायु सेना के पश्चिमी कमान के एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ के रूप में सेवानिवृत्त हुए नांबियार ने कहा कि बालाकोट में हवाई हमला करने वाले पायलटों ने "सभी उद्देश्यों" को हासिल किया, जो निर्धारित किए गए थे।


रिटायर एयर मार्शल ने सिंह का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘यह सज्जन नहीं जानते कि वह किस बारे में बात कर रहे हैं... मैंने बालाकोट हवाई हमले के दो दिन बाद पश्चिमी वायु कमान के कमांडर-इन-चीफ के रूप में पदभार संभाला था और मुझे पूरी तरह से पता है कि क्या हुआ था।'' उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि हमारे बहादुर पायलटों ने ठीक वैसा ही किया जैसा उन्हें कहा गया था और हमने उनके लिए निर्धारित सभी उद्देश्यों को हासिल किया। कृपया किसी भी झूठ पर विश्वास न करें और आश्वस्त रहें कि बालाकोट हवाई हमला एक बड़ी सफलता थी।''

बालाकोट हवाई हमला पुलवामा आतंकी हमले के जवाब में किया गया था जिसमें केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 40 जवान शहीद हो गए थे। भारत ने 29 सितंबर, 2016 को घोषणा की थी कि उसने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नियंत्रण रेखा के पार आतंकवादी ठिकानों पर 'सर्जिकल स्ट्राइक' की है और इसमें 'काफी लोग हताहत' हुए हैं। यह हमला जम्मू-कश्मीर के उरी में सेना के एक शिविर पर हुए हमले के जवाब में किया गया था।

जम्मू-कश्मीर में ‘भारत जोड़ो यात्रा' के दौरान एक जनसभा को संबोधित करते हुए सिंह ने सोमवार को कहा था, ‘‘वे ‘सर्जिकल स्ट्राइक' की बात करते हैं। वे कई लोगों को मारने की बात करते हैं लेकिन कोई सबूत नहीं दिया। वे झूठ के पुलिंदों के सहारे शासन कर रहे हैं।'' कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा है कि वह और उनकी पार्टी ‘सर्जिकल स्ट्राइक' पर दिग्विजय सिंह के बयान से सहमत नहीं हैं और सशस्त्र बलों को कोई सबूत दिखाने की जरूरत नहीं है।

 

Yaspal

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