मुंबई में सातवें दिन भी बसों की हड़ताल जारी, लाखों लोग परेशान
Monday, Jan 14, 2019 - 06:21 PM (IST)
मुंबई : महानगर मुंबई में बसों की हड़ताल को सात दिन हो गए हैं। विपक्षी दलों ने बस हड़ताल का कोई समाधान नहीं निकलने के लिए प्रदेश की भाजपा शिवसेना गठबंधन सरकार को दोषी ठहराया है। उधर, स्थानीय निकाय द्वारा परिचालित इस परिवहन सेवा के एक अधिकारी ने उम्मीद जताई है कि आज दिन में इस मामलें में उच्च न्यायालय में होने वाली सुनवाई में इसका कोई न कोई हल निकलेगा।
बृहन्मुंबई इलेक्ट्रिक सप्लाई एंड ट्रांसपोर्ट अंडरटेकिंग (बेस्ट) के 32,000 कर्मचारी पिछले मंगलवार से हड़ताल पर हैं और इसके बेड़े में शामिल 3,200 बसें सड़कों से नदारद हैं। हड़ताली कर्मचारी मांग कर रहे हैं कि बेस्ट का बजट बृहन्मुंबई नगर निगम के बजट के साथ मिलाया जाए और उच्चतर भत्ता दिया जाए।इस गतिरोध को समाप्त करने के लिए बेस्ट यूनियन और महाराष्ट्र सरकार के मुख्य सचिव की अगुवाई वाली समिति के बीच बातचीत विफल रही थी।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी एवं आम आदमी पार्टी ने सत्तारूढ़ भाजपा शिवसेना गठबंधन की मंशा पर सवाल उठाते हुए पूछा कि इस हड़ताल को एक हफ्ते तक चलने कैसे दिया गया। राकांपा के प्रवक्ता नवाब मलिक ने सोमवार को आरोप लगाया कि बेस्ट की हड़ताल सोमवार को सातवें दिन में प्रवेश कर गई और इसका मकसद शिवसेना नेताओं को फायदा पहुंचाना है।
दूसरी ओर आम आदमी पार्टी की नेता प्रीती शर्मा मेनन ने हड़ताली कर्मचारियों को अपनी पार्टी का समर्थन जताते हुए आरोप लगाया कि राज्य सरकार ‘मजदूर विरोधी’ है। इस बीच बेस्ट के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अब उन्हें बम्बई उच्च न्यायालय से ही आशा है, जहां सोमवार दोपहर इस मामले की सुनवाई होनी है। उन्होंने बताया कि उच्च न्यायालय के हस्तक्षेप से हमें उम्मीद है कि इसका कोई न कोई हल निकलेगा।