शहर में ग्माडा के मास्टर प्लान के तहत बनेंगे 10 नए बस क्यू शैल्टर

Thursday, Nov 17, 2016 - 09:50 AM (IST)

मोहाली(राणा) : शहर में बस क्यू शैल्टरों का मुद्दा एक बार फिर से गर्मा गया है। अब मोहाली नगर निगम की ओर से ग्माडा के मास्टर प्लान के तहत ही 10 और नए बस क्यू शैल्टर बनाएं जाएंगे। जबकि इससे पहले भी नगर निगम की ओर से एक प्राइवेट कंपनी द्वारा बनाए गए बस क्यू शैल्टरों में खामियों को मामला सामने आने के बाद उसकी जांच विजीलैंस कर रही है,लेकिन अब तक विजीलैंस द्वारा की जा रही जांच पूरी नहीं हो पाई है। इससे पहले भी यह मामला कब्जाधारी के काऊंसलर कुलजीत सिंह बेदी व डिप्टी मेयर मंजीत सिंह सेठी ने उठाया था। 

 

हालांकि कुछ दिन पहले नगर निगम की वित्त कमेटी की मीटिंग मोहाली के कोमांतरी एयरपोर्ट सड़क पर बस क्यू शैल्टर का निमार्ण पुराने ठेकेदार से करवाने का विश्वास मत पास किया। परंतु डिप्टी मेयर मंजीत सिंह सेठी ने इस का सख्त विरोध करते हुए कहा कि निगम द्वारा पहले भी उक्त कंपनी के जरिए जो बस क्यू शैल्टर बनाए गए हैं वे भी सही ढंग से नहीं बनाए गए हैं। और इस मामले की जांच विजीलेंस कर रही है। क्योंकि ठेकेदार को जहां बस शैल्टर बनाने के लिए कहा गया था उसने वहां नहीं बनाए और अपनी मनमर्जी से शैल्टर बना दिए। जिसके चलते ये बस शैल्टर लोगों को लाभ पहुंचाने की बजाय मुश्किलें पैदा कर रहे हैं।  डिप्टी मेयर ने कहा कि अब नगर निगम की ओर से ग्माडा के मास्टर प्लान के मुताबिक नए बस शैल्टर बनाए जाएंगे। और इस संबंधी टैंडर मांगे जाएंगे। और ठेके की जो शर्तें पहले थीं वही रहेंगी, तथा ठेकेदार को 2516 रुपए प्रति साल के हिसाब के साथ बस शैल्टर की जमीन मुहिया करवाई गई है। इसके अलावा ठेकेदार से प्रति स्क्वेयर फुट 19.65 रुपए इश्तिहार के लिए जाएंगे। 

 

मंजीत सेठी ने कहा कि पहले बनाए गए बस शैल्टर का काम सही नहीं है। प्राइवेट फर्म ने 42 में 32 बस शैल्टर बनाए हैं। जिनमें से 9 गलत जगह पर बना दिए, इनमें से 5 बस शैल्टर ऐसी जगह पर बनाए गए हैं जहां पर बस का कोई रूट ही नहीं है। उन्होंने आंदेशा लगाया कि ठेकेदार ने इश्तिहार पर पैसा इक्टठा करने के लिए किया गया है, जिसकी पंजाब विजीलैंस से जांच करवाई जानी चाहिए। वहीं कुलजीत सिंह बेदी ने आरोप लगाया कि शहर में बस क्यू शैल्टर नियमों के मुताबिक नहीं बनाए गए हैं, शर्तों के मुताबिक इन बस शैल्टरों के ग्राऊंड/फर्म की लंबाई 48 फुट होनी चाहिए थी, परंतु ठेकेदार की ओर से सिर्फ 38 फुट बनाई गई है। और यह मामला मीडिया में आने के बाद प्राइवेट फर्म ने शैल्टरों को चौड़ा करना शुरू कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसे अधिकारियों की मिलीभुगत के बिना यह सब संभव नहीं है। बेदी ने कहा कि बस क्यू शैल्टरों के इश्तिहार बाजी के कारण लाखों रुपए कमाए गए हैं, जो सरासर गलत है। उन्होंने मांग की है कि ठेकेदार से इश्तिहार बाजी के जरिए कमाए पैसे लेकर सरकारी खजाने में जमा करवाए जाएं और इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करवाई जाए। 

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