BSNL ने लॉन्च की भारत की पहली नई सर्विस, अब नेटवर्क से दूर भी मिलेगी कनेक्टिविटी, टेंशन में आए Jio-Airtel!
punjabkesari.in Friday, Nov 15, 2024 - 10:23 AM (IST)
नेशनल डेस्क: भारत सरकार की टेलीकॉम सेवा प्रदाता कंपनी BSNL (भारत संचार निगम लिमिटेड) ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए भारत में पहली बार "Satellite-to-Device" (सैटेलाइट-टू-डिवाइस) सर्विस की शुरुआत की है। यह नई सेवा देश के उन दूरदराज और कठिन क्षेत्रों में कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए बनाई गई है, जहां सामान्य मोबाइल नेटवर्क की पहुंच नहीं हो पाती है। खासकर पहाड़ी इलाकों, जंगलों और अन्य ऐसे स्थानों पर जहां नेटवर्क कवरेज न के बराबर है, BSNL का यह कदम उन इलाकों के निवासियों के लिए एक वरदान साबित हो सकता है।
सैटेलाइट-टू-डिवाइस टेक्नोलॉजी के अंतर्गत, BSNL ने अमेरिकी कंपनी Viasat के साथ साझेदारी की है। इस साझेदारी का उद्देश्य भारत के उन हिस्सों में भी टेलीकॉम कनेक्टिविटी उपलब्ध कराना है, जहां तक बड़े निजी टेलीकॉम ऑपरेटर जैसे Jio, Airtel, और Vodafone Idea का नेटवर्क नहीं पहुंच पाता। इस सेवा के जरिए BSNL अपने ग्राहकों को सैटेलाइट के माध्यम से सीधे कनेक्टिविटी प्रदान करेगा, जिससे नेटवर्क की सीमाओं को पार किया जा सकेगा।
क्या है "Satellite-to-Device" सर्विस?
Satellite-to-Device तकनीक का उद्देश्य उन क्षेत्रों में मोबाइल नेटवर्क की समस्याओं को दूर करना है, जहां कनेक्टिविटी की स्थिति बेहद खराब होती है। वर्तमान में कई क्षेत्रों में जहां नेटवर्क इंफ्रास्ट्रक्चर स्थापित करना मुश्किल है, वहां BSNL की यह नई सेवा उन इलाकों के नागरिकों को सैटेलाइट की मदद से कनेक्टिविटी उपलब्ध कराएगी। इसका सबसे बड़ा फायदा उन दूरस्थ इलाकों में रहने वाले लोगों को मिलेगा, जो अक्सर कनेक्टिविटी की कमी के कारण बेसिक टेलीफोन सेवाओं से भी वंचित रहते थे।
BSNL का बड़ा कदम
भारत सरकार के दूरसंचार विभाग (DoT) ने X प्लेटफॉर्म (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट के जरिए इस सेवा के बारे में जानकारी दी। DoT ने कहा, "BSNL का यह नया कदम भारत में सैटेलाइट कम्युनिकेशन को आम जनता के लिए अधिक सुलभ और आसान बनाएगा।" इससे पहले, कुछ मोबाइल ब्रांड्स ने केवल आपातकालीन स्थितियों में सैटेलाइट कनेक्टिविटी देने के फीचर्स लॉन्च किए थे, लेकिन ये सेवाएं सीमित थीं और सिर्फ इमरजेंसी कॉल्स और मैसेजेस तक ही सीमित थीं। अब BSNL की नई सेवा के साथ, दूरदराज क्षेत्रों के लोग भी सामान्य कनेक्टिविटी के माध्यम से कॉल, एसएमएस, और अन्य टेलीकॉम सेवाओं का इस्तेमाल कर सकेंगे।
BSNL की सैटेलाइट सर्विस से क्या मिलेगा?
BSNL की यह नई Satellite-to-Device सेवा सामान्य कॉल्स, SMS, और अन्य सेवाओं के लिए तो उपयोगी हो सकती है, लेकिन कंपनी ने फिलहाल यह स्पष्ट नहीं किया है कि क्या यह सर्विस पूरी तरह से नियमित कॉल्स और मैसेजिंग के लिए उपलब्ध होगी या नहीं। कंपनी ने बताया कि यह सेवा विशेष रूप से इमरजेंसी कॉल्स, SOS मैसेज, और UPI पेमेंट्स के लिए मददगार होगी। इसका मुख्य उद्देश्य उन इलाकों में कनेक्टिविटी को बढ़ावा देना है जहां कोई मोबाइल नेटवर्क उपलब्ध नहीं है। उदाहरण के लिए, पहाड़ी क्षेत्रों और गहरे जंगलों में रहने वाले लोग अक्सर आपातकालीन स्थिति में सहायता नहीं प्राप्त कर पाते थे, लेकिन अब वे इस सेवा का उपयोग करके न केवल अपने परिवार और दोस्तों से संपर्क कर सकते हैं, बल्कि सरकार और आपातकालीन सेवाओं से भी संपर्क में रह सकते हैं।
#BSNL has achieved a major milestone by commissioning its first #4GSaturation site on VSAT media in Rarik, a remote village in Lahaul & Spiti, at -6°C. As part of the Digital Bharat Nidhi project, this effort represents our unwavering dedication to connecting even the most… https://t.co/NoShP9AErp
— BSNL India (@BSNLCorporate) November 14, 2024
BSNL और Viasat का सहयोग
BSNL ने इस सेवा के लिए Viasat कंपनी के साथ साझेदारी की है। Viasat एक प्रमुख अमेरिकी सैटेलाइट कम्युनिकेशन प्रदाता कंपनी है, जो उच्च गुणवत्ता वाली सैटेलाइट इंटरनेट सेवाएं उपलब्ध कराती है। इस साझेदारी से BSNL को सैटेलाइट नेटवर्क के जरिए दूरदराज के क्षेत्रों में अपनी सेवाओं का विस्तार करने में मदद मिलेगी। Viasat की तकनीक BSNL को भारत के उन हिस्सों तक अपनी सेवाएं पहुंचाने में सक्षम बनाएगी, जो अभी तक कनेक्टिविटी के मामले में उपेक्षित थे।
BSNL की सेवा से Jio और Airtel को हो सकता है चुनौती
BSNL के इस नए कदम से न केवल दूरदराज के क्षेत्रों के लोग लाभान्वित होंगे, बल्कि यह Jio, Airtel, और Vodafone Idea जैसी प्रमुख टेलीकॉम कंपनियों के लिए भी एक चुनौती पैदा कर सकता है। वर्तमान में इन कंपनियों का नेटवर्क केवल ऐसे इलाकों में प्रभावी है जहां उनके टावर स्थापित हैं, लेकिन BSNL की सैटेलाइट-टू-डिवाइस सेवा उन क्षेत्रों में भी कनेक्टिविटी प्रदान करेगी, जहां इन कंपनियों का नेटवर्क मौजूद नहीं है।इस कदम से BSNL न केवल अपनी उपस्थिति को और मजबूत करेगा, बल्कि देश के प्रारंभिक टेलीकॉम इंफ्रास्ट्रक्चर में एक नया अध्याय जोड़ने में भी सफल होगा। इसके अलावा, दूरसंचार सेवा में BSNL का यह कदम सरकारी क्षेत्र की अग्रणी भूमिका को भी दिखाता है।
BSNL द्वारा लॉन्च की गई Satellite-to-Device सेवा भारत में दूरसंचार कनेक्टिविटी के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकती है। यह न केवल दूरदराज के क्षेत्रों में नेटवर्क उपलब्धता बढ़ाएगा, बल्कि BSNL को एक नई पहचान भी दिलाएगा। अब देखना होगा कि अन्य टेलीकॉम कंपनियां इस नई तकनीक के सामने अपनी स्थिति को कैसे संभालती हैं, खासकर उन क्षेत्रों में जहां बीएसएनएल की यह नई सेवा उनकी पहुंच से बाहर रहेगी।