1971 में भारत से मिली करारी हार से अब तक उबर नहीं सका है पाकिस्तान: BSF महानिदेशक

Tuesday, Apr 03, 2018 - 06:05 PM (IST)

नई दिल्ली: सीमा सुरक्षा बल( बीएसएफ) के प्रमुख के. के. शर्मा ने कहा है कि पाकिस्तान 1971 के युद्ध में भारत से मिली हार से अब तक उबर नहीं सका है। उन्होंने कहा कि बीएसएफ सीमा पर घुसपैठ और बगैर उकसावे के की जानेवाली फायरिंग से‘‘ रक्षात्मक और आक्रामक’’ दोनों तरीके से निपटने के लिए तैयार है।     

बीएसएफ के महानिदेशक के. के. शर्मा ने दिए एक इंटरव्यू में कहा कि जम्मू सेक्टर में भारत- पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा( आईबी) पर‘‘ दोगुना से ज्यादा’’ नुकसान करने के बाद भी ऐसी घटनाएं कम नहीं हुई हैं जिसमें आम लोगों, सैनिकों की जान चली जाती है और संपत्ति का नुकसान होता है। शर्मा ने कहा, ‘‘ मैं नहीं कह सकता कि( सीमा पार से) कब और कैसे बगैर उकसावे की फायरिंग और संघर्षविराम उल्लंघन होंगे, लेकिन हम किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए तैयार हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ यदि बड़़ा हमला होता है तो हम अच्छी तरह तैयार हैं और हम रक्षात्मक तरीके से एवं आक्रामक तरीके से तैयार हैं।’’ 

बीएसएफ प्रमुख ने कहा, ‘‘ मैं एक चीज साफ करना चाहूंगा कि हम कभी ऐसे उल्लंघन की शुरुआत नहीं करते और दूसरी तरफ से इसकी शुरुआत होती है जिसके कारण हमें पलटवार करना होता है।’’ शर्मा ने कहा कि सीमा पर बगैर उकसावे की फायरिंग की घटनाओं का एकमात्र मकसद भारत में आतंकवादियों को‘‘ धकेलना’’ है। साल1982 बैच के राजस्थान कैडर के आईपीएस अधिकारी शर्मा ने कहा कि भारत शांति बनाए रखना चाहता है और सीमा पर कोई समस्या पैदा करना नहीं चाहता, यह तो( पाकिस्तान की) सरकार की नीति है कि‘‘ हमारे देश को अस्थिर करे।’’

 उन्होंने कहा, ‘‘ वे( पाकिस्तान) 1971, जिसकी वजह से बांग्लादेश बना, की हार से अब तक उबर नहीं पाए हैं और आईएसआई ( पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी) के गठन का एकमात्रा उद्देश्य भारत को बांटना था।’’ शर्मा ने कहा, ‘‘ उनकी पहली कोशिश खालिस्तान थी और वे नाकाम हुए। अब वे कश्मीर में कोशिश कर रहे हैं और वे नाकाम होंगे।’’ सीमा पर मुंहतोड़ जवाब देने की अपनी रणनीति के तहत बीएसएफ ने2016 में‘ रुस्तम’, 2017 में‘ अर्जुन’ और2018 में‘ भीम’ नाम के तीन विशेष अभियान चलाए हैं। 
    

Punjab Kesari

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