ब्रेड मुद्दा: पोटैशियम ब्रोमेट के इस्तेमाल से हो सकता है कैंसर, बैन करने की तैयारी में सरकार

Wednesday, May 25, 2016 - 02:15 PM (IST)

नई दिल्ली: सरकार खाद्य पदार्थों में ‘पोटैशियम ब्रोमेट’ रसायन के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाने वाली है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा है कि सभी शीर्ष ब्रांडों के ब्रेड में कैंसरकारी रसायनों की मौजूदगी का दावा करने वाली एक रिपोर्ट पर मंत्रालय उपयुक्त कार्रवाई करेगा। नड्डा ने कहा कि उन्होंने भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफ.एस.एस.ए.आई.) को मामले को गंभीरता से लेने और यथाशीघ्र एक रिपोर्ट सौंपने को कहा है।

उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैंने एफ.एस.एस.ए.आई. से मामले को गंभीरता से लेने और एक रिपोर्ट सौंपने को कहा है। वे एक रिपोर्ट दे रहे हैं। मंत्रालय उसके मुताबिक उपयुक्त कार्रवाई करेगा। रिपोर्ट आने पर हम यथाशीघ्र कार्रवाई करेंगे।’’ ‘सेंटर फॉर साइंस एंड इनवायरोनमेंट’ (सी.एस.ई.) के एक अध्ययन में पाया गया है कि पैक किए हुए बे्रेड के आसानी से उपलब्ध 38 ब्रांडों के करीब 84 प्रतिशत में ‘पोटैशियम ब्रोमेट’ और ‘पोटैशियम आयोडेट’ की पुष्टि हुई, जो कई देशों में प्रतिबंधित हैं क्योंकि वे जन स्वास्थ्य के लिए खतरनाक रसायन के रूप में सूचीबद्ध हैं।

इसने दावा किया है कि एक रसायन 2 बी श्रेणी का कैंसरकारी (संभवत: मानव के लिए कैंसरकारी) है जबकि दूसरा थॉयराइड की समस्या पैदा कर सकता है लेकिन भारत ने उनके इस्तेमाल को प्रतिबंधित नहीं किया है। एफ.एस.एस.ए.आई. के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पवन कुमार अग्रवाल ने बताया, ‘‘पोटैशियम ब्रोमेट उन 11,000 पदार्थों में शामिल है जिन्हें खाद्य कारोबार में इस्तेमाल किए जाने की इजाजत प्राप्त है।

सावधानीपूर्वक विचार-विमर्श किए जाने के बाद हमने खाद्य पदार्थों में इस्तेमाल के लिए इजाजत प्राप्त रसायनों की सूची से पोटैशियम ब्रोमेट को हटाने का फैसला किया है। विनियामक ने स्वास्थ्य मंत्रालय से सिफारिश की है कि पोटैशियम ब्रोमेट को खाद्य पदार्थों में इस्तेमाल के लिए इजाजत प्राप्त रसायनों की सूची से हटाया जाए। अग्रवाल ने बताया, ‘‘जहां तक अधिसूचना की बात है एफ.एस.एस.ए.आई. स्वास्थ्य मंत्रालय को सिफारिश पहले ही भेज चुका है और इसे मंत्रालय द्वारा जारी किया जाएगा तथा इसमें एक या दो हफ्ते का वक्त लग सकता है।’’ उन्होंने बताया कि सूची से पोटैशियम ब्रोमेट को हटाए जाने के बाद खाद्य पदार्थों में इसके इस्तेमाल को प्रतिबंधित कर दिया जाएगा।

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