बहादुर पायलट की सूझबूझ ने बचाईं 1500 जानें , MiG-29 का क्रैश थामने के लिए फाइटर जेट ने किया दमदार प्रयास

punjabkesari.in Tuesday, Sep 03, 2024 - 12:37 PM (IST)

नेशनल डेस्क: भारतीय वायुसेना का MiG-29 फाइटर जेट एक बड़ी त्रासदी से टल गया, धन्यवाद पायलट की बहादुरी और सूझबूझ को। यह घटना बाड़मेर के ऑयल फील्ड के पास घटी, जहां पायलट ने अपने फाइटर जेट को एक रिहायशी इलाके से दूर ले जाकर 1500 लोगों की जान बचाई। रात करीब 10 बजे, जब पायलट ने महसूस किया कि उसके फाइटर जेट में तकनीकी खराबी हो गई है और इसे जमीन पर आपात लैंडिंग करनी पड़ेगी, तो उसने तत्काल एक साहसिक निर्णय लिया।
 

🚨 MiG-29 Crash in Rajasthan's Barmer 🚨

An Indian Air Force MiG-29 fighter jet crashed near Barmer, Rajasthan, during a routine night training mission on September 2, 2024. Here's what we know:

Pilot Status:

The pilot ejected safely before the crash, with no loss of life or… pic.twitter.com/ywScGS79rp

— Anoop Singh (@anoopmahala) September 2, 2024

पायलट ने विमान का रुख मोड़ते हुए उसे रिहायशी क्षेत्र से लगभग 2 किलोमीटर दूर एक सुनसान इलाके की ओर बढ़ाया। इससे विमान ने बाड़मेर के नागणा क्षेत्र में स्थित क्रूड ऑयल प्रोसेसिंग यूनिट से टकराने से बचा, जहां एक बड़े विस्फोट की संभावना थी। पायलट ने खुद को विमान से बाहर निकालने से पहले यह सुनिश्चित किया कि विमान सुनसान क्षेत्र में गिरे।

इसके बाद, उसने खेतों में सुरक्षित रूप से लैंडिंग की और खुद को इजेक्ट कर दिया। विमान के जमीन पर गिरते ही उसमें आग लग गई और पांच घंटे तक धू-धू कर जलता रहा। इस घटना से जानमाल की कोई हानि नहीं हुई और पायलट को सुरक्षित निकाला गया। स्थानीय निवासी नीमराज ने बताया कि धमाका इतना तेज था कि ऐसा लगा जैसे बिजली गिरी हो।
 

IAF MiG-29 fighter crash in Barmer, Rajasthan

The aircraft encountered a critical technical snag which led to the incident. A Court of Inquiry has been ordered by the IAF. pic.twitter.com/xyJyGT4LCf

— ミ🇮🇳★ 𝙆𝙪𝙘𝙝𝘽𝙖𝙖𝙩𝙃𝙖𝙞 ★🇮🇳彡 (@KyaaBaatHai2) September 3, 2024

वह घटना के समय अपने घर के बाहर बैठे थे और अचानक तेज आवाज सुनकर घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि आग इतनी बड़ी थी कि दूर से ही देखी जा सकती थी और रेत में गिरने के बावजूद विमान बहुत तेजी से जल रहा था। भारतीय वायुसेना के प्रवक्ता अजिताभ शर्मा ने इस घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि MiG-29 एक नियमित नाइट ट्रेनिंग मिशन के दौरान तकनीकी खामी के कारण क्रैश हो गया। पायलट ने समय पर इजेक्ट करके अपनी जान बचा ली।

वायुसेना ने इस हादसे की जांच के आदेश दिए हैं और भविष्य में ऐसे मामलों की रोकथाम के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। पायलट की साहसिकता और सूझबूझ ने न केवल 1500 लोगों की जान बचाई, बल्कि एक बड़ी त्रासदी को भी टाला। यह घटना वायुसेना के साहस और कुशलता का प्रतीक है, जिसने कठिन परिस्थितियों में भी अपना सबसे अच्छा प्रदर्शन किया।

 


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Content Editor

Mahima

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