पहली बार सुखोई फाइटर जेट से ब्रह्मोस का सफल परीक्षण, दूर तक ''सर्जिकल स्‍ट्राइक'' करने में सक्षम

Wednesday, Nov 22, 2017 - 02:37 PM (IST)

नई दिल्‍ली: दुश्मन की सीमा में घुसकर लक्ष्य भेदने में सक्षम ब्रह्मोस मिसाइल का आज सफल परीक्षण किया गया। आवाज की गति से करीब तीन गुना अधिक यानी 2.8 माक की गति से लक्ष्‍य भेदने में सक्षम ब्रह्मोस मिसाइल का पहली बार सुखोई-30 एमकेआई फाइटर जेट से परीक्षण किया गया है, जिसकी एक बार की उड़ान क्षमता 3,200 किलोमीटर तक है। इस सफल परीक्षण के साथ ही फाइटर जेट और हवा से सतह पर मार करने वाले ब्रह्मोस मिसाइल का यह संयोग भारतीय सशस्‍त्र बलों की क्षमता को और मजबूत करेगा और ये दूर तक 'सर्जिकल स्‍ट्राइक' जैसी घटनाओं को अंजाम दे सकेंगे।

ब्रह्मोस मिसाइल दुश्मन देश की सीमा में दूर तक आतंकी ठिकानों पर हमला बोलने में भी सक्षम है। इनका इस्‍तेमाल अंडरग्राउंड परमाणु बंकरों, कमांड एंड कंट्रोल सेंटर्स और समुद्र में विमान वाहकों सहित अन्‍य सैन्‍य निशानों को भेदने में भी किया जा सकता है। सुखोइ के साथ जिस ब्रह्मोस मिसाइल का परीक्षण किया गया है, वह अपेक्षाकृत हल्‍के वर्जन का है, जिसका वजन 2.4 टन है, जबकि मूल ब्रह्मोस मिसाइल का वजन 2.9 टन है।

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