BPSC Protest: राहुल-तेजस्वी से समर्थन की अपील, प्रशांत किशोर बोले - मंच पर सबका स्वागत
punjabkesari.in Sunday, Jan 05, 2025 - 03:15 PM (IST)
नेशनल डेस्क: बिहार के गांधी मैदान में जन सुराज प्रमुख प्रशांत किशोर का आमरण अनशन चौथे दिन भी जारी है। उन्होंने प्रशासनिक विफलताओं और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई को मजबूती देने का संकल्प लिया है। प्रशांत किशोर ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव से अपील की है कि वे भी इस आंदोलन में शामिल होकर युवाओं का साथ दें। उन्होंने कहा कि यह लड़ाई सिर्फ बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की नहीं, बल्कि बिहार की पूरी व्यवस्था को सुधारने के लिए है।
प्रशांत किशोर ने रविवार को गांधी मैदान स्थित गांधी मूर्ति के नीचे से कांग्रेस नेता राहुल गांधी और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव से अपील करते हुए कहा कि वे भी बच्चों की खातिर सड़क पर उतरे. pic.twitter.com/q7o9YFY0e4
— Ashutosh (@Ashutosh24645) January 5, 2025
नेताओं को साथ आने का निमंत्रण
प्रशांत किशोर ने साफ शब्दों में कहा कि तेजस्वी यादव, राहुल गांधी या कोई अन्य नेता अगर इस आंदोलन का नेतृत्व करने के लिए तैयार हैं, तो वे उनके पीछे खड़े रहकर इस संघर्ष का समर्थन करेंगे। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे एकजुट होकर इस आंदोलन को आगे बढ़ाएं और बिहार की व्यवस्था में सुधार लाएं। किशोर ने यह भी कहा कि अगर प्रशासन उन्हें गिरफ्तार भी कर लेता है, तो सत्याग्रह जारी रहेगा।
51 सदस्यीय युवा सत्याग्रह समिति का गठन
प्रशांत किशोर ने घोषणा की कि अब यह आंदोलन 51 सदस्यीय युवा सत्याग्रह समिति द्वारा आगे बढ़ाया जाएगा। यह समिति बिहार की व्यवस्था को सुधारने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने समिति के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया और कहा कि यह संघर्ष युवाओं के नेतृत्व में आगे बढ़ेगा। उन्होंने जनता से अपील की कि वे भी इस आंदोलन का हिस्सा बनें और बिहार को बेहतर बनाने में योगदान दें।
युवाओं के समर्थन की आवश्यकता
प्रशांत किशोर ने बिहार के युवाओं को जागरूक करते हुए कहा कि यह समय कंबल में बैठने का नहीं, बल्कि सड़क पर उतरकर अपनी आवाज उठाने का है। उन्होंने कहा कि सरकार चाहे कितनी भी ताकतवर क्यों न हो, जन बल से बड़ा कोई बल नहीं होता। उन्होंने बिहार की जनता से अपील की कि वे आगे आएं और इस आंदोलन का समर्थन करें।
भ्रष्टाचार और प्रशासनिक विफलताओं के खिलाफ लड़ाई
प्रशांत किशोर ने इस आंदोलन को बिहार की व्यवस्था में सुधार के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा कि यह संघर्ष सिर्फ BPSC की गलतियों को उजागर करने तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि पूरे प्रशासनिक ढांचे को सुधारने के लिए जारी रहेगा।
आगे की रणनीति
प्रशांत किशोर ने स्पष्ट किया कि उनका सत्याग्रह तब तक जारी रहेगा, जब तक बिहार की व्यवस्था में सुधार नहीं होता। उन्होंने बिहार के युवाओं और राजनीतिक नेताओं से एकजुट होकर इस आंदोलन में भाग लेने की अपील की।