मंत्रियों-नौकरशाहों के दफ्तरों में नहीं दिखेंगी प्लास्टिक की बोतलें

Sunday, Jul 28, 2019 - 04:17 AM (IST)

नई दिल्ली: राजनिवास के बाद अब दिल्ली सचिवालय में भी उच्च स्तरीय बैठकों में प्लास्टिक बोतलों का इस्तेमाल नहीं होगा। न तो प्लास्टिक की बोतलों में पानी पिया जाएगा और न ही प्लेटों में मेहमानों का खाना परोसा जाएगा। चूंकि प्लास्टिक के इस्तेमाल से एक ओर जहां पर्यावरण को नुकसान होता है वहीं सीवर, नालियां भी प्लास्टिक की बोतलों व कैरी बैग से जाम हो जाती हैं। इसीलिए अब दिल्ली सरकार के सचिवालय में भी खाने-पीने का सामान प्लास्टिक के बैग में नहीं आएगा। 

इस बाबत एक सर्कुलर जारी किया गया है, जिसमें साफ-साफ लिखा है कि प्लास्टिक की बोतल, प्लेट, गिलास और कैरी बैग पर्यावरण और स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हैं। गरम पेय पदार्थ और गर्म खाने में प्लास्टिक के कण घुल जाते हैं और वह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं। साथ ही प्लास्टिक को पूरी तरह से खत्म करना भी आसान नहीं है। प्लास्टिक से सीवर और नालियां भी रुक जाती हैं। सामान्य प्रशासन विभाग (जीएडी) के एक उच्चपदस्थ अधिकारी ने बताया कि कम से कम बिल्डिंग में प्लास्टिक उत्पादों का प्रयोग रोका जाए। 

अधिकारी ने बताया कि अब सरकारी बैठकों, मंत्रिमंडल की बैठक सहित अन्य अधिकारियों व आम जनमानस की बैठकों व कार्यक्रमों में छोटी बोतलों में आने वाला पानी नहीं दिया जाएगा। सामान्य प्रशासन विभाग के अधिकारी ने स्पष्ट तौर पर कहा कि सचिवालय के सभी आरओ सिस्टम और वॉटर कूलर की जांच करवा रहे हैं और प्रयास होगा कि जो पानी सभी पी रहे हैं, वही पिया जाए। 

मुख्यमंत्री, मंत्री और अधिकारियों के लिए थर्मस और जग भी मंगवाए जा रहे हैं। इसके साथ ही दिल्ली सचिवालय में चल रही स्त्री शक्ति कैंटीन को भी निर्देश दिए गए हैं कि वह कागज, मैटल और कांच के गिलास में पानी दे। सचिवालय कर्मियों व बाहरी मेहमानों को प्लास्टिक के गिलासों में अथवा प्लेट्स में खाना न परोसा जाए। बता दें कि इससे पहले राजनिवास में उपराज्यपाल अनिल बैजल ने इन बोतलों पर प्रतिबंध लगाया था। हाल ही में दक्षिणी नगर निगम ने इन बोतलों के पानी पर रोक लगाई है। 

Pardeep

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