मसाला प्रंसस्करण इकाई स्थापित कर जम्मू कश्मीर के सीमावर्ती किसानों ने पेश की मिसाल

Tuesday, Apr 19, 2022 - 05:41 PM (IST)

जम्मू: कठुआ के उन्नितशील किसानों ने मसालों के प्रसंस्करण के काम में नई मिसाल पेश की है। उन्होंने साबित कर दिया कि किसान सिर्फ फसल को उगाना ही नहीं जानता है बल्कि उसे सहेजना और संभालना भी जानता है।


प्रधानमंत्री फाउंडेशन के माइक्रो फूड प्रोसेसिंग इंटरप्राइजेज स्कीम के एक जिला एक उत्पाद प्रोग्राम के तहत कठुआ के किसान ठूंडा सिंह ने हाल ही में हल्दी की पैदावार काटी और फिर खुद का आधुनिक मसाला प्रसंस्करण यूनिट भी स्थापित किया, जिसकी कीमत 60 लाख रूप्ये है और इससे वे खुद की उगाई हल्दी को पैक करके बाजार में उतारेंगे।


सिंह ने पीएमएफएमपीई के लाभ के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि कृषि विभाग ने उन्हें इस योजना से अवगत करवाया था और बैंक से परियोजना हेतु लोन भी दिलवाया। उन्होंने कहा कि पहले मैं हल्दी उगाता था तो मुझे वैल्यू एडिशन अर्थात मूल्य संवर्धन की चिंता रहती थी पर अब ऐसा नहीं है। सिंह के अनुसार वे बाकी के किसानों को भी इस तरफ प्रेरित कर रहे हैं।


सिंह ने बताया कि उनका बेटा परवीन सिंह भी उनके साथ इस काम में मदद करता है। वह सेना से सेवानिृवत होकर आया है और उस ेअब यह काम भी मिल गया है।


परवीन सिंह के अनुसार, रिटायर होने के बाद अब काम की चिंता नहीं है। मैं पिता के साथ इस काम को संभाल रहा हूं। मेरे पिता प्रगतिशील किसान हैं। हम पूरा यूनिट खुद संभालते हैं। पैकेजिंग से लेकर मार्केटिंग तक खुद करते हैं। 


कठुआ के मुख्य कृषि अधिकारी विजय कुमार ने कहा कि कठुआ जिले में किसानों को एक जिला एक उत्पाद के तहत यूनिट लगाने में सहायता की गई है। उन्होंने बताया कि सात किसानों ने फार्म भरे थे और ठूंडा सिंह को मार्डन लाइन पर यूनिट लगाने के लिए अनुमति दे दी गई। विजय कुमार के अनुसारस्कीम के तहत ठूंडा सिंह को दस लाख की सबसीडी दी गई है।
 

Monika Jamwal

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