सीमा विवाद : आधी रात को 500 सैनिकों के साथ घुसपैठ करना चाहता था चीन

Monday, Aug 31, 2020 - 08:05 PM (IST)

नई दिल्लीः भारत और चीन के सैनिकों के बीच एक बार फिर झड़प हुई है। बताया गया है कि 29 अगस्त की रात यह झड़प पेंगोंग त्सो झील के पास हुई है। सरकार ने इस पर कहा है कि हमारे जांबाज जवानों ने चीनी सैनिकों की घुसपैठ को नाकाम कर दिया है। सूत्रों ने बताया है कि चीन 500 सैनिकों के साथ घुसपैठ करना चाहता था। भारतीय सेना के पीआरओ कर्नल अमन आनंद ने कहा, ‘पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के जवानों ने 29/30 अगस्त की रात को पूर्वी लद्दाख में चल रहे गतिरोध के दौरान दोनों देशों के बीच शांति स्थापित करने के ले हुई सैन्य और राजनायिक बातचीत का उल्लंघन किया और यथास्थिति को बदलने के लिए घुसपैठ की।‘

पीआरओ ने कहा, 'भारतीय सेना ने पेंगोंग त्सो झील के दक्षिणी किनारे पर पीएलए के जवानों की इस कायराना हरकत को नाकाम कर दिया। सेना के जवानों ने इस इलाके में हमारी स्थिति को मजबूत किया और जमीनी स्थिति को बदलने के चीनी इरादों को ध्वस्त किया।' उन्होंने कहा, 'भारतीय सेना बातचीत के माध्यम से शांति और एकता बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन अपनी क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए भी समान रूप से दृढ़ है। सीमा मुद्दों को हल करने के लिए चुशुल में एक ब्रिगेड कमांडर स्तर की फ्लैग मीटिंग चल रही है।'

500 सैनिकों के साथ घुसपैठ की थी योजना
चीन ने भारतीय सीमा में घुसपैठ के लिए बड़े स्तर पर योजना बना रखी थी। सूत्रों ने बताया है कि चीन 500 सैनिकों के साथ घुसपैठ करने की कोशिश कर रहा था, लेकिन भारतीय जवानों के साहस ने उसके मंसूबों पर पानी फेर दिया। इससे पता चलता है कि चीन की योजना इस इलाके में अड़ जाने की थी।

एलएसी पर तनाव के चलते श्रीनगर-लेह राजमार्ग पर रोकी गई लोगों की आवाजाही
सूत्रों ने बताया है कि एलएसी पर तनाव के चलते श्रीनगर-लेह राजमार्ग पर लोगों की आवाजाही को रोक दिया गया है। केवल सेना के वाहनों और आवश्यक कार्यों के लिए जाने वाले लोगों को छूट दी गई है। वहीं, अधिकारियों ने कहा है कि खराब मौसम की वजह से श्रीनगर-लेह राजमार्ग पर आवाजाही रोकी गई है।

चीनी लड़ाकू विमान भर रहे उड़ान
चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी एयर फोर्स (पीएलएएफ) द्वारा होतान एयरबेस पर जे-20 लड़ाकू विमानों को तैनात किया है। बताया गया है कि इन विमानों को झड़प वाली रात से पहले ही तैनात किया गया था। होतान एयरबेस पर लड़ाकू विमानों की तैनाती इसलिए भी महत्वपूर्ण हो जाती है, क्योंकि ये लद्दाख के नजदीक है। चीन ने ये तैनाती रणनीति के तहत की है। मिली जानकारी के अनुसार अब भी लड़ाकू विमान उड़ान भर रहे हैं।

चीनी सैनिकों ने नहीं पार की सीमा: चीन
चीन के विदेश मंत्रालय ने लद्दाख की पेंगोंग त्सो झील के किनारे हुई इस झड़प पर अपना बयान जारी कर कहा, 'चीनी सैनिकों ने हमेशा वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) का कड़ाई से पालन किया है और कभी भी रेखा को पार नहीं किया है। दोनों देशों की सीमा के सैनिक इस क्षेत्र के मुद्दों पर आपस में बातचीत करते रहे हैं।'

दोनों देशों के सैनिकों के बीच नहीं हुई शारीरिक झड़प
भारतीय सेना के सूत्रों ने बताया है कि पूर्वी लद्दाख के पेंगोंग त्सो झील के किनारे हुई झड़प में भारतीय और चीनी जवानों के बीच कोई शारीरिक झड़प नहीं हुई है।  गौरतलब है कि, जून के मध्य में दोनों देशों के जवानों के बीच पूर्वी लद्दाख की गलवां घाटी में हिंसक झड़प हो गई थी। इस झड़प में भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हो गए थे। वहीं, चीन ने इस झड़प में हताहत हुए अपने जवानों की जानकारी को साझा नहीं किया था। हालांकि, एक अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट में बताया गया था कि इस घटना में चीन के 35 जवान हताहत हुए थे। 

Yaspal

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