बॉम्बे HC के जज ने कायम की मिसाल, सुबह 3.30 बजे तक लगाई अदालत

Saturday, May 05, 2018 - 06:07 PM (IST)

नेशनल डेस्क: बॉम्बे हाईकोर्ट में ग्रीष्म अवकाश शुरू हो गए हैं। शुक्रवार को आखिरी कार्यदिवस पर जहां सभी न्यायाधीश अपने लंबित मामलों और सुनवाई को शाम तक निपटाकर चले गए तो वहीं एक न्यायाधीश ने अपनी अदालत में शनिवार सुबह तक सुनवाई की। न्यायमूर्ति शाहरुख जे कथावाला ने अपने सभी पेंडिंग केसों का निपटारा सुबह 3:30 बजे तक किया। इस दौरान उन्होंने 135 से ज्यादा मामलों की सुनवाई की इनमें से 70 अनिवार्य मामले थे। यह पहली बार है जब किसी जज ने आधी रात त​क अदालत लगाई हो। 

छुट्टियों से पहले निपटाना चाहते थे लंबित मामले 
हाईकोर्ट के जस्टिस एसजे कथावाला सप्ताह भर से आधी रात तक काम कर रहे हैं। वह गर्मी की छुट्टियों से पहले लंबित मामलों को निपटा देना चाहते थे। जस्टिस कथावाला के कोर्ट में मौजूद रहे एडवोकेट हिरेन कमोद के अनुसार कोर्ट रूम वरिष्ठ अधिवक्ताओं से खचाखच भरा हुआ था, जिनके मामलों की सुनवाई चल रही थी। इस दौरान तकरीबन 100 जन याचिकाएं थीं जिन पर त्वरित अंतरिम राहत की मांग की गई थी। जस्टिस एसजे ने इस दौरान सिर्फ 20 मिनट का ब्रेक लिया। वह बिना थके कोर्ट में बैठे रहे और हर तर्क को बेहद ध्यान से सुनते रहे। 

कठोर परिश्रम के लिए जाने जाते हैं जस्टिस 
एडवोकेट के अनुसार न्यायमूर्ति अक्सर दूसरे न्यायाधीशों के मुकाबले करीब एक घंटा पहले सुबह 10 बजे अदालती कार्यवाही शुरू कर देते हैं और पांच बजे के बाद भी मामलों की सुनवाई करते रहते हैं। देर तक मामले की सुनवाई करने के बावजूद वह अगले दिन तय समय पर अपने कक्ष में लंबित मामलों को निबटाने के लिये पहुंच गए।जस्टिस कथावाला ने 2009 में हाईकोर्ट के एडिशनल जज के रूप में शपथ ली थी और जुलाई 2011 में वह कोर्ट में स्थायी जज के रूप में नियुक्त हुए। काम के प्रति उनकी निष्ठा की ज्यादातर लोग तारीफ करते हैं।

vasudha

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