वायुसेना की बढ़ी ताकत, बोइंग ने भारत को सौंपा 11वां ग्लोबमास्टर विमान
Monday, Aug 26, 2019 - 07:12 PM (IST)
नई दिल्लीः प्रमुख अमेरिकी अंतरिक्ष कंपनी बोइंग ने सोमवार को भारतीय वायुसेना को 11वां सी-17 ग्लोबमास्टर III परिवहन विमान सौंप दिया, जिससे वायुसेना की सामरिक हवाई परिवहन की क्षमता बढ़ गई है। सी-17 ग्लोबमास्टर III एक प्रमुख परिवहन विमान है। विशाल, मजबूत, लंबी दूरी तक सामान ढोने वाला यह विमान किसी भी मौसम में लंबी दूरी तक बड़े लड़ाकू उपकरणों, सैनिकों और मानवीय सहायता ले जाने में सक्षम हैं।
ग्लोबमास्टर III क्यों है खास
- सी-17 ग्लोबमास्टर III एक प्रमुख परिवहन विमान है
- किसी भी मौसम में भर सकता है लंबी उड़ान
- लड़ाकू उपकरणों, सैनिकों और मानवीय सहायता ले जाने में सक्षम
- विशाल, मजबूत, लंबी दूरी तक सामान ढोने में सक्षम
The 276th and final #C17 Globemaster III delivery will be received by @IAF_MCC. Check out this airlifter as it takes off for its new home. pic.twitter.com/q03nmIyEzL
— Boeing Defense (@BoeingDefense) August 22, 2019
कंपनी ने एक बयान में कहा, ‘‘बोइंग ने आज भारत को 11वां सी-17 ग्लोबमास्टर III को सौंपा, जो भारत की वर्तमान और भविष्य की रणनीतिक एयरलिफ्ट आवश्यकताओं को पूरा करने की क्षमता को बढ़ाएगी।'' सी-17 का बेड़ा भारतीय वायुसेना की सामरिक और लड़ाकू विमान चालन क्षमता का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है।
2013 में स्काई लॉर्ड्स स्क्वाड्रन में शामिल होने के बाद से भारतीय वायुसेना के सी-17 बेड़े में शामिल विमानों ने सैन्य अभियानों के तहत कई तरह के ऑपरेशन को अंजाम दिए हैं और भारत में और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शांति व्यवस्था, मानवीय सहायता और आपदा राहत प्रदान करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
बोइंग आईएएफ के सी-17 बेड़े का रख-रखाव तकनीकी-लॉजिस्टिक सहायता और प्लेटफॉर्म का संचालन करने वाले हवाई कर्मचारियों के प्रशिक्षण के माध्यम से करता है।