PM Modi की यात्रा के 2 हफ्ते बाद यूक्रेन जंग में शहीद तेजपाल का शव भारत भेजने को राजी हुआ रूस, प्रक्रिया शुरू
punjabkesari.in Saturday, Jul 27, 2024 - 11:36 AM (IST)
Moscow: नरेंद्र मोदी की मॉस्को यात्रा के दो हफ्ते बाद, रूस ने आखिरकार तेजपाल सिंह के शव को भारत लाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। तेजपाल, जो यूक्रेन युद्ध में रूस के लिए लड़ते हुए मारे गए थे, का शव अब उनके परिवार को सौंपा जाएगा। पंजाब के अमृतसर में रहने वाले तेजपाल सिंह ने यूक्रेन युद्ध में रूस की ओर से लड़ाई लड़ी थी और उसी में शहीद हो गए थे। तेजपाल सिंह ने आर्मी जॉइन करने का सपना पूरा करने के लिए जनवरी 2024 में रूस का रुख किया था। उस समय रूस को यूक्रेन के खिलाफ लड़ाकों की आवश्यकता थी। वहां मार्च में तेजपाल की युद्ध में मौत हुई और 9 जून को परिवार को इसकी जानकारी मिली।
रूसी सरकार ने भारतीय दूतावास के माध्यम से तेजपाल के परिवार को यह सूचना दी है। 13 जनवरी को मॉस्को में शारीरिक और चिकित्सीय परीक्षण पास करने के बाद तेजपाल (30) रूसी सेना में शामिल हो गए थे लेकिन मात्र दो महीने बाद मार्च 12 को एक लड़ाई में उनकी मृत्यु हो गई। तेजपाल की पत्नी परमिंदर कौर, ने बताया कि 8 मार्चको तेजपाल ने अपने परिवार से आखिरी बार बात की थी। तेजपाल ने उन्हें बताया था कि वह फ्रंटलाइन पर भेजे जा रहे हैं और आगे संपर्क नहीं कर पाएंगे। उनकी मृत्यु की खबर उनके दोस्त ने दी, जो उनके साथ लड़ाई में था।
इसके बाद, तेजपाल के परिवार ने उनके शव को वापस लाने के लिए भारतीय दूतावास और रूसी सरकार से कई बार अनुरोध किया। एक महीने पहले, परमिंदर कौर ने रूसी दूतावास को एक पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने आर्थिक स्थिति और परिवार की कठिनाइयों का जिक्र किया था।रूसी दूतावास ने जवाब में बताया कि तेजपाल के शव की पहचान के लिए डीएनए परीक्षण की आवश्यकता है। उन्होंने परिवार से तेजपाल की मां का डीएनए नमूना मांगा ताकि शव की पहचान सुनिश्चित की जा सके।
तेजपाल का नाम रूसी सरकार द्वारा जारी मृतकों की सूची में था, लेकिन उनकी जन्मतिथि गलत बताई गई थी। तेजपाल का असली जन्मतिथि 12 अक्टूबर 1994 है, जबकि सूची में 19 अक्टूबर 1994 बताई गई थी। तेजपाल की पत्नी ने बताया कि उनके परिवार में एक छह साल की बेटी और एक नवजात बेटा है। तेजपाल का शव वापस लाने से उन्हें अपनी अंतिम श्रद्धांजलि देने और पारंपरिक रीति-रिवाजों का पालन करने का मौका मिलेगा। रूसी सरकार की ओर से डीएनए परीक्षण की प्रक्रिया शुरू हो गई है और परिवार को उम्मीद है कि जल्द ही तेजपाल का शव भारत लाया जाएगा। इससे परिवार को थोड़ा संतोष मिलेगा और वे अपने जीवन को आगे बढ़ाने की कोशिश कर सकेंगे।