ब्लू व्हेल गेम के बाद मोमो चैलेंज बना ''मौत का सौदागर'', दो की मौत

Monday, Aug 27, 2018 - 10:51 AM (IST)

नई दिल्ली: ब्लू व्हेल गेम ने साल 2016 में पूरी दुनिया में सनसनी मचा दी थी और इसी तरह जानलेवा मोमो चैलेंज का जाल धीरे-धीरे भारत में फैल रहा है।  हाल ही में पश्चिम बंगाल के उत्तरी क्षेत्र में वर्चुअल सूइसाइड गेम मोमो चैलेंज खेलते हुए आत्महत्या के दो मामले सामने आए हैं जिसके बाद  राज्य प्रशासन ने इस चुनौती से निपटने के लिए एहतियाती कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। 



एक अधिकारी ने को बताया कि जिलों के पुलिस थानों में दिशा-निर्देश भेजने के अलावा प्रशासन ने शैक्षिण संस्थानों से छात्रों की गतिविधियों पर नजर रखने को भी कहा है। उन्होंने कहा, ‘मोमो चेलैंज’ की घटनाएं हर दिन बढ़ रही है। ‘ब्लू व्हेल चेलैंज ’ के बाद अब हम किलर ‘मोमो गेम चेलैंज’ से उत्पन्न खतरे का सामना कर रहे हैं। मामले पर नजर बनाए रखने के लिए जिले में अधिकारियों को सतर्क किया गया है। 



दार्जलिंग जिले में कुर्सियांग में मनीष सर्की (18) ने 20 अगस्त को और अदिती गोयल (26) ने उसके अगले दिन कथित तौर पर ‘मोमो चेलैंज’ स्वीकार करते हुए आत्महत्या कर ली थी। अधिकारी ने कहा कि किलर गेम खेलने का अनुरोध मिलते ही तत्काल स्थानीय पुलिस थानों को जानकारी दी जाए।     



मोमो चैलेंज गेम के जरिए अपराधी बच्चों और युवाओं को अपनी गिरफ्त में ले रहे हैं। निजी जानकारी चुराने के बाद वह परिजनों को धमकी देता है। इसका इस्तेमाल वह फिरौती मांगने के लिए भी करते हैं. इस गेम के जरिए बच्चों को डिप्रेशन कर वह आत्महत्या की ओर ढकेलते हैं।
     
    

Anil dev

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