रेमडेसिवीर की कालाबाजारी: Paracetamol मिलाकर बाजार में बेचा जा रहै है इंजेक्शन, 4 लोग गिरफ्तार

Sunday, Apr 18, 2021 - 11:49 AM (IST)

नेशनल डेस्क: देश में कोराना के मचे कोहराम के बीच  सबसे कारगर दवा रेमडेसिवीर बाजार से गायब होती जा रही है। अब इसी कालाबाजारी के आरोप में महाराष्ट्र के पुणे में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया। इन पर फर्जी रेमडेसिवीर इंजेक्शन बेचने  का आरोप है। पुलिस के एक अधिकारी  ने बताया कि ये लोग रेमडेसिवीर इंजेक्शन में पैरासिटामोल मिलाकर बेचते थे। इनके पास से 3 इंजेक्शन भी मिले हैं।

वहीं इससे पहले मुंबई पुलिस ने रेमडेसिविर दवा के कथित अत्यधिक भंडार को लेकर एक फार्मा कंपनी के निदेशक से भी पूछताछ की थी। मुंबई पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि रेमडेसिविर की आपूर्ति करने वाली एक फार्मा कंपनी के निदेशक से पुलिस ने शीशियों के भंडार के सिलसिले में पूछताछ की थी। उन्होंने कहा कि विशिष्ट सूचना के आधार पर पुलिस ने फार्मा कंपनी के निदेशक को पकड़कर विले पार्ले में रखा था।''


अधिकारी ने कहा कि दवा के निर्यात पर प्रतिबंध लगने के बाद उन्होंने उसकी कम से कम 60,000 शीशियों का भंडार जमा कर रखा था। याद हो कि  कोरोना वायरस के रोगियों के इलाज में इस्तेमाल होने वाली इस दवा की कमी की वजह से राज्य और केंद्र सरकार ने उन्हें इस माल को घरेलू बाजार में बेचने की इजाजत दी थी।


राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (एनपीपीए) ने शनिवार को कहा कि सरकार के हस्तक्षेप के बाद दवा कंपनियों ने कोविड-19 के मरीजों के इलाज में काम आने वाले रेमडेसिविर इन्जेक्शन के दाम कम कर दिये हैं। दवा कंपनी केडिला हेल्थकेयर, डा. रेड्डीज लैबोरेटरीज और सिप्ला ने रेमडेसिविर इंजेक्शन (100 मिग्रा की शीशी) के अपने अपने ब्रांड के दाम कम किये हैं।

vasudha

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