'अविश्वास प्रस्ताव का प्रावधान है नाकि विश्वास प्रस्ताव का', विधानसभा सत्र को लेकर भाजपा प्रवक्ता का भगवंत मान पर निशाना

Thursday, Sep 22, 2022 - 06:19 PM (IST)

नेशनल डेस्क: पंजाब विधानसभा का सत्र को लेकर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता आरपी सिंह ने आप सरकार पर हमला बोला है। पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित द्धारा विधानसभा सत्र रद्द किए जाने के बाद पंजाब की सियागत गरमा गई है। सत्र रद्द करने पर भाजपा और आम आमदी पार्टी आमने-सामने आ गई हैं। भाजपा ने आप सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि विधानसभा संचालन के नियम में अविश्वास प्रस्ताव का प्रावधान है नाकि विश्वास प्रस्ताव का।

भाजपा के प्रवक्ता आरपी सिंह ने सीएम भगवंत मान के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए कहा कि, विधानसभा सत्र संचालन के नियमों से अवगत कराया है। उन्होंने कहा कि विधानसभा सत्र संचालन नियम के चैप्टर XII में प्रावधान है... 'अविश्वास प्रस्ताव'। उनके लिए कोई प्रावधान नहीं है। 'विश्वास प्रस्ताव'। लेकिन भगवंत मान को अपने अराजकतावादी बॉस यानि (अरविंद केजरीवाल) का अनुसरण करना पड़ता है, जो कानून के शासन में विश्वास नहीं करते हैं।

विधानसभा का सत्र 27 सितंबर को आयोजित होगा- सीएम भगवंत मान
बता दें कि, पंजाब के सीएम भगवंत मान ने बृहस्पतिवार को कहा कि विधानसभा का सत्र 27 सितंबर को आयोजित होगा। राज्य विधानसभा का विशेष सत्र आहूत करने का फैसला राज्यपाल द्वारा वापस लिए जाने के बाद राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में यह निर्णय लिया गया। मान ने कहा, ‘‘ आज यहां मंत्रिमंडल की बैठक हुई जिसमें सर्वसम्मति से फैसला लिया गया कि विधानसभा का सत्र 27 सितंबर को आयोजित किया जाएगा ।'' उन्होंने कहा कि इस सत्र में बिजली और पराली जलाने जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी। उन्होंने कहा कि विशेष सत्र आहूत करने का फैसला वापस लिए जाने के कदम को वह उच्चतम न्यायालय में चुनौती देंगे।

विश्वास प्रस्ताव पेश करने के प्रस्ताव को राज्यपाल ने किया था रद्द
गौरतलब है कि पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने विश्वास प्रस्ताव पेश करने के लिए विधानसभा का विशेष सत्र आहूत करने की आम आदमी पार्टी (आप) सरकार की योजना को बुधवार को विफल कर दिया। राज्यपाल ने बृहस्पतिवार को विशेष सत्र आहूत करने के पिछले आदेश को वापस लेते हुए कहा कि कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राजभवन से संपर्क कर कहा था कि सदन के नियमों के अनुसार इसकी अनुमति नहीं है। राज्यपाल के अनुसार, इसके बाद कानूनी राय मांगी गई और आयोजित करने का फैसला वापस ले लिय गया। ‘आप' सरकार ने विश्वास प्रस्ताव लाने के लिए विशेष सत्र आहूत करने की मांग की थी। इससे कुछ दिन पहले ही ‘आप' ने भाजपा पर उसकी सरकार गिराने की कोशिश करने का आरोप लगाया था। 

 

rajesh kumar

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