बेरोजगारी एवं कानून व्यवस्था के मुद्दे को बीजेपी ने लेकर गहलोत सरकार को घेरा, जयपुर में किया प्रदर्शन

Tuesday, Sep 20, 2022 - 02:27 PM (IST)

नेसनल डेस्क: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राजस्थान इकाई ने गोवंश में फैले लंपी चर्म रोग, युवाओं में बेरोजगारी तथा कानून व्यवस्था को लेकर मंगलवार को यहां प्रदर्शन किया। इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं एवं पुलिस के बीच धक्का-मुक्की हुई। प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के नेतृत्व में बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं ने पार्टी मुख्यालय से विधानसभा की ओर कूच किया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को विधानसभा से पहले 22 गोदाम सर्किल के पास रोक दिया जहां पुलिस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच धक्का मुक्की हुई।

कार्यकर्ता बैरिकेड तोड़कर आगे बढ़ना चाहते थे लेकिन भारी पुलिस बल ने उन्हें आगे नहीं बढ़ने दिया। प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड पर चढ़ने का प्रयास किया लेकिन पुलिस ने उन्हें वापस नीचे उतार दिया। विरोध प्रदर्शन के दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सहित भाजपा पदाधिकारियों, नेताओं और प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने बसों में बैठाकर प्रदर्शन स्थल से दूर बनीपार्क में ले जाकर छोड़ दिया। पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) योगेश गोयल ने बताया कि प्रदर्शनकारियों को बसों से दूर ले जाकर छोड़ दिया गया।प्रदर्शन के दौरान जयपुर सांसद रामचरण बोहरा, भाजपा के पूर्व अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी, सहित कई पदाधिकारी और नेता मौजूद रहे।

कांग्रेस पार्टी का हमेशा के लिये 2023 में अंत हो जायेगा
पूनिया ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘आज लम्पी पर किसानों को 50 हजार रुपये मुआवजा, बेरोजगार नौजवानों को रोजगार, 2018 में किसानों किये गये कर्जा माफी के वायदे, महिलाओं को सुरक्षा के भरोसे की बातों को लेकर सदन में और उसके बाहर पार्टी ने प्रतिकार किया है।'' उन्होंने कहा,'' राजस्थान का अगर पिछले पौने चार साल के इतिहास को देखे तो भाजपा का कार्यकर्ता बिजली के लिये, स्कूल के लिये, सड़क के लिये लगातार आंदोलन कर रहा है।

​​​​​​​लेकिन राजस्थान सरकार सुनना नहीं चाहती और सदन से भागना चाहती है लेकिन हमारा प्रतिकार लगातार जारी रहेगा।'' उन्होंने कहा ,‘‘ 'यह ऐसा आंदोलन है जो घर-घर पहुंचा है। 2023 में इस आंदोलन ने कांग्रेस की बुनियाद हिला दी और मुझे पूरा भरोसा है कि इस अराजक सरकार का और इस कांग्रेस पार्टी का हमेशा के लिये 2023 में अंत हो जायेगा।'' 

 

rajesh kumar

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