भाजपा के 15 वयोवृद्ध नेताओं के सिर पर अब लटकी तलवार

Monday, Mar 25, 2019 - 05:21 AM (IST)

नेशनल डेस्कः भाजपा के वरिष्ठतम नेता लाल कृष्ण अडवानी को मोदी-शाह टीम की तरफ से लोकसभा चुनावों से अलविदा कहे जाने के बाद पार्टी के अन्य वयोवृद्ध नेताओं का भविष्य भी खतरे में है। यद्यपि कानपुर सीट के लिए अभी किसी के नाम की घोषणा नहीं हुई और ऐसी सम्भावना है कि पूर्व केन्द्रीय मंत्री और भाजपा के निवर्तमान सांसद डा. मुरली मनोहर जोशी को भी टिकट नहीं मिलेगी। 

इस सीट के लिए मतदान चौथे चरण में होना है। जोशी भी भाजपा के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं और उनके कड़े रुख के कारण पार्टी नेतृत्व से वह दूर हो गए हैं मगर बाद में पार्टी नेतृत्व के साथ उनकी सुलह हो गई और मोदी द्वारा उन्हें उनके साथ सार्वजनिक समारोहों को सम्बोधित करने के लिए आमंत्रित किया गया। फिर भी उनके टिकट प्राप्त करने की सम्भावनाएं क्षीण हैं। 

मेजर जनरल बी.सी. खंडूरी और भगत सिंह कोशियारी को भी टिकट नहीं दिया गया। मुंडा को भी टिकट मिलने की संभावना कम है। यद्यपि मुंडा लोकसभा के उपाध्यक्ष रहे हैं और मोदी सरकार ने उनको पद्म भूषण से सम्मानित किया है और वह मोदी-शाह की नजर में अच्छे समझे जाते हैं मगर उनको टिकट मिलना यकीनी नहीं क्योंकि झारखंड में चुनाव अंतिम चरण में होने हैं। इसी तरह लोकसभा की अध्यक्षा सुमित्रा महाजन अप्रैल में 76 वर्ष की हो जाएंगी और वह भी खामोश हैं। मध्य प्रदेश में चुनाव तीसरे चरण के बाद होंगे, अभी इस संबंध में फैसला लेने में समय है। 

Pardeep

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