भाजपा ने खारिज किया नीतीश फॉर्मूला, दिल्ली में नहीं बनी बात

Wednesday, Jul 04, 2018 - 06:22 PM (IST)

नेशनल डेस्कः भारतीय जनता पार्टी ने आगामी लोकसभा चुनावों में जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के सीटों के बंटबारे को सिरे से खारिज कर दिया। सूत्रों के मुताबिक, नीतीश कुमार के करीबी आरसीपी सिंह और ललन सिंह ने भाजपा के बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव से दिल्ली में मुलाकात की।

जदयू नेताओं ने इस मुलाकात में भाजपा के सामने दो फॉर्मूले पेश किये। पहला फॉर्मूला जिसमें एनडीए दलों की सीटें तय कर दी जाएं और शेष बची सीटों पर भाजपा और जदयू बराबर का हिस्सा कर लें। दूसरा फॉर्मूला यह है कि जदयू 21 सीटों पर तो भाजपा अन्य सहयोगी दलों के साथ 19 सीटों पर चुनाव में उतरे। हालांकि भाजपा ने अभी इन दोनों फॉर्मूलों को खारिज कर दिया है।

जदयू ने भाजपा पर बनाया दबाव
बिहार में 40 लोकसभा सीटें हैं और भाजपा चाहती है कि अधिकतर सीटों पर वह चुनाव लड़े, लेकिन जदयू 2015 के चुनावों का हवाला देते हुए जदयू ने भाजपा से अधिक सीटें देने की मांग की है। 2015 के विधानसभा चुनाव में जदयू की सीटें भाजपा से ज्यादा थीं। इसी को आधार बनाकर जदयू अधिक सीटों की मांग कर रही है।

वहीं 2014 के लोकसभा चुनाव में जदयू को 40 लोकसभा सीटों में से मात्र 2 लोकसभा सीट पर जीत हासिल हुई थी और अन्य सीटों पर उसके उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई थी। भारतीय जनता पार्टी ने इन चुनावों में 22 और उसके गठबंधन सहयोगियों में लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) को 6 सीटें और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) को 3 सीटों पर जीत मिली।

बता दें कि  जदयू ने चार राज्यों में अपने दम पर लोकसभा चुनाव लड़े का ऐलान कर बीजेपी को तेवर दिखाए हैं। नीतीश कुमार की पार्टी ने साफ किया है कि एनडीए अगर इसे चेतावनी समझे, तो उसे कोई फर्क नहीं पड़ता।

जदयू एनडीए का हिस्सा
पार्टी प्रवक्ता और वरिष्ठ जदयू नेता केसी त्यागी ने कहा कि वाजपेयी के समय में भी एनडीए से झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और कर्नाटक में हमारा गठबंधन था। हम मिलकर चुनाव लड़े थे। हमने अपने संगठन को पुर्नजीवित करने के लिए तय किया है कि जहां हमारी पकड़ मजबूत है, हम अकेले मैदान में जाएंगे। हम न किसी को हराने के लिए लड़ रहे हैं और न ही जिताने के लिए। जदयू एनडीए गठबंधन का हिस्सा है। 7,8 जुलाई को पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक है, बाकी मुद्दे उसमें तय किए जाएंगे।

केसी त्यागी के बयान पर भाकपा नेता अतुल अंजान ने तंज कसते हुए कहा कि सबमें शामिल हो कर, सबसे जुदा होने की कोशिश न करें नीतीश। वह भाजपा के‘टाइम टेस्टेड फ्रेंड’हैं। उन्हें बदलें में जवाब देना होगा कि उन्होंने महागठबंधन क्यों तोड़ा।

Yaspal

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