''बचकाना हरकतें करके बीजेपी अपने ही मुंह पर कालिख पोत रही'': मां काली विवाद पर बोले बाबुल सुप्रियो
Wednesday, Jul 13, 2022 - 02:41 PM (IST)
नेशनल डेस्क: पश्चिम बंगाल में मां काली को लेकर उठा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस एवं विपक्षी दल बीजेपी के बीच बयानजारी जारी है। इस मामले में अब पूर्व केंद्रीय मंत्री व तृणमूल नेता बाबुल सुप्रियो का बयान सामने आया है। बाबुल सुप्रियो ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी इस मामले को बेवजह तूल दे रही है। उनका कहना है कि इस विवाद में भाजपा खुद अपने चेहरे पर कालिख पोत रही है।
বাংলার মানুষের মনন @BJP4India কখনও বোঝেইনি•বাঙালীদের বোকা ভেবে মা কালীকে নিয়ে এই ছেলেমানুষি করে, আসলে নিজেদের মুখেই কালিমালেপন করছেন এঁরা•অত্যন্ত লজ্জার ব্যাপার যে, মাননীয় রাজ্যপালের প্রশয়ে, রাজভবনটি এঁদের রাজনৈতিক নাটকের 'মঞ্চ' হয়ে উঠছে https://t.co/DRuTpvZw8F
— Babul Supriyo (@SuPriyoBabul) July 12, 2022
तृणमूल नेता बाबुल सुप्रियो ने काली विवाद को तूल देने के लिए बीजेपी की कड़ी आलोचना की। सुप्रियो का कहना है कि काली विवाद में बचकाना हरकतें करके भाजपा अपने ही मुंह पर कालिख पोत रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा बंगालियों को मूर्ख समझती है इसलिए बंगाल के लोगों की भावनाओं को कभी समझ ही नहीं सकती। दरअसल, टीएमसी नेता महुआ मोइत्रा के देवी काले पर दिए गए बयान के बाद बंगाली की सियासत गर्म है। बंगाल बीजेपी के नेता महुआ पर कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं। इसी क्रम में सुवेंदु अधिकारी द्वारा राज्यपाल को ज्ञापन देकर तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा पर कार्रवाई की मांग की गई थी।
राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने मंगलवार को साधु-संतों के एक प्रतिनिधिमंडल को भरोसा दिलाया कि वह तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा द्वारा देवी काली के बारे में की गई कथित टिप्पणियों को लेकर कानून के तहत अपनी क्षमता के अनुसार सभी कदम उठाएंगे। धनखड़ ने कहा कि वह साधु-संतों के ज्ञापन पर अच्छी तरह गौर करेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘मैं कानून के तहत अपनी क्षमता के अनुसार हर संभव कदम उठाऊंगा।'' धनखड़ ने कहा कि वह राज्य में मौजूदा स्थिति से दुखी हैं। उन्होंने कहा, ‘‘संविधान कहता है कि हर कोई समान है... इस तरह के विचारों का यहां कोई अस्तित्व नहीं है। इस राज्य में तुष्टिकरण लोकतंत्र को नुकसान पहुंचाएगा।'' उन्होंने आरोप लगाया कि केवल एक वर्ग के लोगों को राज्य में वित्तीय सशक्तीकरण, राहत और सहायता दी जा रही है।
जानें क्या है काली विवाद
फिल्मकार लीना मणिमेकलई की डॉक्यूमेंटरी फिल्म 'काली' के विवादित पोस्टर जारी किया गया था। इस पोस्टर मां काली को सिगरेट पीता हुआ दिखाया गया था। जिसके बाद पूरे देश में बवाल मच गया। फिल्मकार लीना मणिमेकलई के खिलाफ प्रदर्शन हुए तथा उन्हें गिरफ्तार करने की मांग होने लगी। इस मामले में महुआ मोइत्रा ने कहा कि वह उस मां काली की उपासक हैं जो मांस खाती हैं और शराब स्वीकार करती है। महुआ के इस बयान से सियासी तूफान आ गया। इसके बाद टीएमसी भी बैकफुट आ गई और कहा कि यह पार्टी का नहीं ब्लकि उनका निजी बयान है।