भाजपा ने उपराज्यपाल से अल्पसंख्यक क्षेत्रों का ''सुरक्षा ऑडिट'' करने का किया आग्रह

Tuesday, Nov 16, 2021 - 10:38 PM (IST)

जम्मू : जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों द्वारा अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों की चुन-चुनकर की गई कथित हत्याओं के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने घाटी में अल्पसंख्यक क्षेत्रों और कश्मीरी पंडित कर्मचारियों के आवास शिविरों के व्यापक 'सुरक्षा ऑडिट' की मंगलवार को मांग की। 

 

भाजपा की जम्मू-कश्मीर इकाई के प्रवक्ता और पूर्व विधायक गिरधारी लाल रैना ने यहां राजभवन में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के साथ बैठक में यह मांग उठाई। रैना ने विस्थापित समुदाय, विशेष रूप से कश्मीर के धार्मिक अल्पसंख्यकों की सुरक्षा से संबंधित समस्याओं के समाधान की भी मांग की, जिसमें प्रधानमंत्री रोजगार पैकेज के तहत भर्ती किए गए कर्मचारी भी शामिल हैं।

 

जम्मू-कश्मीर में पिछले महीने आतंकवादियों के कथित हमलों में अल्पसंख्यक समुदाय के 11 लोगों की मौत हो चुकी है। रैना ने यहां एक बयान में कहा, "हम उन क्षेत्रों की पूर्ण और व्यापक सुरक्षा ऑडिट के लिए एक आदेश जारी करने की मांग करते हैं जहां धार्मिक अल्पसंख्यक कश्मीर में रहते हैं, जिसमें प्रधानमंत्री पैकेज के तहत भर्ती किये गये कर्मचारियों के लिए पारगमन शिविर भी शामिल हैं।"

 

उन्होंने कहा, "जब तक अल्पसंख्यक कर्मचारियों के लिए सुरक्षित आवास की व्यवस्था नहीं की जाती और अधिकारियों द्वारा उनका उत्पीड़न बंद नहीं किया जाता, तब तक इन कर्मचारियों को घर से काम (वर्क फ्रॉम होम) करने के लिए कहा जाए।"

उन्होंने कहा कि घाटी में अल्पसंख्यक लोगों की लक्षित और चुन-चुनकर की गई हत्याओं की घटनाओं ने अल्पसंख्यक समुदाय की आशाओं, आकांक्षाओं और संयम को ठेस पहुंचाई है।


 

Monika Jamwal

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