शिवसेना से भाजपा की मांग, सत्ता या सावरकर में किसी एक को चुने

Sunday, Dec 15, 2019 - 06:25 PM (IST)

मुंबईः भाजपा ने रविवार को कहा कि वीर सावरकर का अपमान करने के लिए देश कभी भी कांग्रेस नेता राहुल गांधी को माफ नहीं करेगा। उन्होंने शिवसेना को सत्ता या स्वतंत्रता सेनानी में से किसी को एक को चुनने की मांग की। पार्टी प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन यहां पर पत्रकारों से बातचीत में कांग्रेस नेता पर तीखा हमला करते हुए कहा कि सावरकर की राहुल गांधी से कोई तुलना नहीं है, जिन्होंने उपनाम भी ‘‘उधार'' में लिया है। उन्होंने कहा, ‘‘ (राहुल) गांधी द्वारा सावरकर के अपमान पर विरोध के लिए ट्वीट करने से कुछ नहीं होगा।

शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को अपना रुख तय करना होगा कि उन्हें कांग्रेस के साथ सत्ता में साझेदारी करनी है जिसने राष्ट्रीय नायक का अपमान किया या वह स्वतंत्रता सेनानी के साथ हैं।'' उल्लेखनीय है कि शनिवार को कांग्रेस द्वारा दिल्ली में आयोजित ‘‘ भारत बचाओ रैली'' को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने ‘‘ रेप इन इंडिया'' वाले बयान पर भाजपा की ओर से माफी की मांग को खारिज करते हुए कहा था कि उनका नाम राहुल गांधी है, न कि राहुल सावरकर और वह कभी सच कहने पर माफी नहीं मांगेंगे।''

राहुल के बयान पर टिप्पणी करते हुए शिवसेना के राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने शनिवार को ट्वीट किया कि हिंदुत्व की विचारधारा के सम्मान से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। कांग्रेस पर राष्ट्रवादियों और स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान करने का आरोप लगाते हुए हुसैन ने कहा कि लोगों ने सोनिया गांधी नीत पार्टी को दोबारा सबक सिखाया और वह लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष का दावा करने के लायक भी नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘वीर सावरकर को दो बार उम्र कैद की सजा दी गई थी। सवारकर बनने के लिए आपको बहुत मेहनत करनी होगी। सावरकर और राहुल में रत्ती भर की भी तुलना नहीं है, जिन्होंने उपनाम उधार में लिया है।''

हुसैन ने कहा कि क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानी के बारे में अपमानजनक टिप्पणी करने से देश में राहुल के प्रति गुस्सा है। उन्होंने कहा, ‘‘शिवसेना को सरकार और सावरकर में से एक को चुनना होगा। पार्टी को अपना रुख साफ करना होगा।'' पूर्व केंद्रीय मंत्री ने संशोधित नागरिकता कानून का कांग्रेस द्वारा विरोध किये जाने की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि वह लोगों खासतौर पर अल्पसंख्यकों को भ्रमित कर रही है।

हुसैन ने कहा, ‘‘भारतीय नागरिकों को डरने की जरूरत नहीं है। नए संशोधित कानून से मुस्लिम सहित किसी की भी नागरिकता वापस नहीं ली जाएगी।'' उन्होंने कहा, ‘‘पूर्वोत्तर राज्यों की सभी पार्टियों ने संसद में इस विधेयक का समर्थन किया था, लेकिन कांग्रेस वहां के लोगों को ‘‘भ्रमित'' कर रही है।''

 

Yaspal

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