मनोज तिवारी ने कहा- राहुल और कपिल को मिले पुलिस सुरक्षा

Thursday, Jun 01, 2017 - 04:44 PM (IST)

नई दिल्ली: भाजपा ने दिल्ली के लोक निर्माण विभाग में कथित घोटालों का खुलासा करने वाले राहुल शर्मा पर हमले और पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा पर विधानसभा में कल हुई हाथापाई को सुनियोजित षडयंत्र बताते हुए दोनों को सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की है। भाजपा की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने आज यहां संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया कि जो कोई भी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनके लोगों के खिलाफ आवाज उठाएगा उनके साथ हताशा में ऐसी ही कार्रवाई किए जाने का अंदेशा है। लोक निर्माण विभाग में आम आदमी पार्टी(आप) की कथित संलिप्ता का खुलासा करने वाले राहुल पर बुधवार को नोएडा में मोटर साइकिल पर सवार 2 अज्ञात लोगों ने गोली चलाई किंतु वह सुरक्षित बच गए। उनका आरोप है कि उन्हें पहले भी ‘आप’ की तरफ से जान की धमकी मिल चुकी है। 


मिश्रा पर हमला ‘अभूतपूर्व’ 
तिवारी ने कहा कि मिश्रा पर दिल्ली विधानसभा में कल जिस तरीके से हमला किया गया वह अभूतपूर्व था। अध्यक्ष रामनिवास गोयल का सदन में यह कहना कि किसी के साथ मारपीट नहीं हुई है अपने आप में मिश्रा के साथ मारपीट का साक्ष्य है। उन्होंने गोयल की सदन में भाषा की भी आलोचना की। भाजपा अध्यक्ष ने दोनों को पुलिस सुरक्षा मुहैया कराए जाने की मांग की है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि बेनामी संपत्ति मामले में लोक निर्माण मंत्री सत्येंद्र जैन के मामले को दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा खरिज कर दिए जाने के बाद उनका पद पर बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। अब समय आ गया है कि शुगलू समिति की सिफारिशों पर बड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। 


'केजरीवाल सरकार की निंदा'
केजरीवाल सरकार के जनता दरबार लगाने के फैसले से पीछे हटने की निंदा करते हुए तिवारी ने कहा कि यह दूसरा मौका है जब सरकार अपने वादे से हटी है। इससे पहले जनवरी 14 में भी वह जनता दरबार लगाने का वादा करके मूकर गई थी। केजरीवाल सरकार को हवाला की सरकार बताते हुए तिवारी ने कहा कि पिछले 24 घंटों के दौरान कुछ घटनाएं ऐसी हुई हैं जो शर्मनाक हैं। अभी तक दिल्ली सरकार को लेकर हवाला की चर्चा थी किन्तु पिछले दो दिन के दौरान केजरीवाल का आपराधिक चेहरा भी सामने आ गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि शर्मा पर गोली चलाने वाले केजरीवाल के लोग थे। मिश्रा पर कल विधानसभा में मुख्यमंत्री के सामने सत्तारूढ़ दल के लोगों ने हाथापाई की। सदन में मौजूद मुख्यमंत्री मुस्कारते रहे, यह बहुत ही शर्मनाक है। 

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