विपक्ष पर सर्जिकल स्ट्राइक करने की फिराक में मोदी सरकार!

Friday, Jun 08, 2018 - 12:45 PM (IST)

नई दिल्ली (संजीव शर्मा): विपक्षी एकता की कवायद के बीच बीजेपी 2019 के मिशन रिपीट को सफल बनाने के लिए पूरी तरह एक्शन मोड में आ गई है। पार्टी अध्यक्ष अमित शाह 'सम्पर्क से समर्थन मांगने निकले हैं।  इस बहाने वे जहां शिवसेना और अकाली दल जैसे रूठों को मनाने की कोशिश में दिखे वहीं उन्होंने माधुरी दीक्षित, रतन टाटा और कपिल देव जैसी हस्तियों से मिलकर साफ कर दिया कि बीजेपी किसी भी ऐसे शख्स को अनछुआ नहीं छोडऩा चाहती जिसका भारतीय जनमानस पर थोड़ा सा भी प्रभाव हो। यानी सम्पर्क के बहाने मोदी सरकार को रिपीट कराने की बिसात बिछ गई है।  

सम्पर्क से समर्थन मांगने निकले बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह आजकल देश की बड़ी हस्तियों से मिल रहे हैं। उन्होंने रतन टाटा से समर्थन मांगा और माधुरी दीक्षित के घर भी गए।  योग गुरु रामदेव तो पहले से उनके साथ ही हैं।  शाह ने इस बार क्रिकेटर कपिल देव का दरवाजा भी खटखटाया है। दरअसल फिर से सत्ता में आने के लिए प्रयासरत बीजेपी का यह एक फुलप्रूफ प्लान है। भारत जैसे देश में सेलिब्रिटीज अधिकांश लोगों के लिए ओपिनियन मेकिंग का काम करते हैं। ऐसे में बीजेपी ने इन्हीं प्रभावशाली लोगों को साधने की प्लानिंग की है ताकि उनके प्रभाव का असर पार्टी के वोट बैंक पर दिखे और पार्टी लोकसभा में एकबार फिर से बहुमत पा जाए।  

अपने इस अभियान के दौरान अमित शाह पुराने साथियों को भी साधने और उनकी नाराजगियां दूर करने का भी प्रयास कर रहे हैं। वे एनडीए के सहयोगी दलों से भी बैठकें कर रहे हैं, ताकि कोई नाराजगी अगर कहीं है तो उसे दूर किया जा सके। यानी एक तीर से दो निशाने। सम्पर्क से समर्थन अभियान के दौरान अमित शाह नए सम्पर्क तो बना ही रहे हैं ,पुराने साथियों को साधने का काम भी कर रहे हैं।  शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे और अकाली दल के प्रकाश सिंह बादल से उनकी मुलाकातों को इसी नजरिए से देखा जा रहा है।  हालांकि शिवसेना के तेवर अभी तीखे हैं लेकिन शाह को उम्मीद है की वे अगली मुलाकातों में किसी हल पर पहुंच जाएंगे। उधर अकाली दल लंगरों से जीएसटी हटाए जाने के बाद एकबार फिर से बीजेपी के साथ मजबूती से खड़ा दिख रहा है।  शाह ने बिहार में जेडीयू को भी साधने की कोशिश की है।  

बीजेपी ने अपने इस 'सम्पर्क से समर्थन ' अभियान की शुरुआत पूर्व थलसेना अध्यक्ष दलबीर सुहाग से मिलकर की। दरअसल दलबीर सुहाग ही वो शख्स हैं जिनकी अगुवाई में भारत ने पहले म्यांमार और फिर पाकिस्तान के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक्स कीं। भारत में पाकिस्तान और उसका आतंकवाद एक बड़ा मुद्दा है। ऐसे में दलबीर सुहाग को बीजेपी में शामिल कराकर या उनका समर्थन लेकर बीजेपी विपक्ष पर सर्जिकल स्ट्राइक करने की फिराक में है। दूसरे की लोकप्रियता का खुद के लिए लाभ उठाने का बीजेपी का यह गजब का प्लान है। आगाज बेहतर है , अंजाम वक्त बताएगा।
 


 

Anil dev

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