मोदी के मंत्री का विवादित बयान, दिल्ली एम्स में भीड़ बढ़ा रहे हैं बिहार के लोग

Monday, Oct 09, 2017 - 09:31 PM (IST)

पटनाः एम्स में बिहार के लोगों के आने को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री अश्विनी चौबे ने बिहारियों को लेकर विवादित बयान दिया है। चौबे ने कहा कि बिहार के लोग छोटी-छोटी बीमारियों को लेकर दिल्ली एम्स पहुंच जाते हैं और इसी से वहां भीड़ बढ़ जाती है। रविवार को पटना में केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम की शुरूआत के मौके पर ये बातें कही।

उनके इस बयान के मीडिया में आने के बाद राजनीतिक गलियारों में अश्विनी चौबे की तीखी आलोचना हो रही है। आरजेडी के उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने सोमवार को कहा कि सत्ता में बैठे लोग सत्ता के नशे में मदहोश हो गए हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को यह अधिकार है कि कोई कहीं भी इलाज करा सकता है। मंत्री का यह बयान संविधान के खिलाफ है और उन्हें मंत्रिमंडल से बाहर निकाल देना चाहिए।

उधर, आरजेडी के प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने इस बयान पर अपनी प्रतिक्रिया में अश्विनी चौबे को मानसिक दिवालियेपन का शिकार बताते हुए कहा कि बीजेपी ने हमेशा ही बिहार और बिहारियों का अपमान किया है। उन्होंने कहा कि इस बयान के लिए चौबे और बीजेपी को बिहार के लोगों से माफी मांगनी चाहिए।

कांग्रेस नेता प्रेमचंद्र मिश्रा ने अश्विनी चौबे से इस बयान को लेकर बिहार की जनता से माफी मांगने और प्रधानमंत्री से ऐसे मंत्री को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की। इस बीच जेडीयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने चौबे को ऐसे बयानों से बचने की नसीहत देते हुए कहा कि दिल्ली के एम्स में बिहार के ही ज्यादा चिकित्सक हैं। बिहार के लोग हर जगह हैं, ऐसे में बिहार के लोग कहीं भी इलाज कराने जा सकते हैं।

वहीं, बिहार के स्वास्थ्य मंत्री और बीजेपी नेता मंगल पांडेय ने चौबे के बयान का बचाव करते हुए कहा कि वे यह कहना चाहते थे कि पटना में बना नया एम्स दिल्ली एम्स की तरह विकसित हो चुका है और अब बिहार के लोगों को अब दिल्ली जाने की जरूरत नहीं है।

ये पहला मौका नहीं है कि जब अश्विनी चौबे ने कोई विवादित बयान दिया हो। 2012 में जब चौबे बिहार के स्वास्थ्य मंत्री थे तब उन्होंने एक और विवादित बयान देते हुए कहा था कि हड़ताल पर जाने वाले डॉक्टरों के हाथ काट देने चाहिए। उस दौरान भी उनके इस बयान पर खूब बखेड़ा खड़ा हुआ था। 

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