बारामूला में बड़ी सफलता: सुरक्षाबलों ने आतंकी सहयोगी को AK-47 और गोला-बारूद के साथ किया गिरफ्तार
punjabkesari.in Monday, Nov 18, 2024 - 09:44 AM (IST)
नेशनल डेस्क। जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले में सुरक्षा बलों ने एक आतंकवादी सहयोगी को गिरफ्तार किया है। उसके पास से एक AK-47 राइफल, एक मैगजीन और अन्य गोला-बारूद बरामद किए गए हैं। रविवार को उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले के जनबाजपोरा बिन्नर रोड पर पुलिस और सुरक्षा बलों की संयुक्त टीम ने इस आतंकवादी सहयोगी को पकड़ा।
गिरफ्तार आतंकी सहयोगी की पहचान
गिरफ्तार आतंकवादी सहयोगी की पहचान शौकत अहमद भट के रूप में हुई है। वह कुलगाम जिले के नागनद दमहाल हांजी पोरा का निवासी है। पुलिस ने बताया कि शौकत अहमद के पास से एक AK-47 राइफल, एक मैगजीन और गोला-बारूद की अन्य सामग्री मिली है। फिलहाल मामले की जांच शुरू कर दी गई है और उसके साथ किसी भी तरह के आतंकवादी संबंधों को लेकर कार्रवाई की जा रही है।
सुरक्षा बलों की त्वरित कार्रवाई
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, इस कार्रवाई को एक विशिष्ट जानकारी पर आधारित किया गया था। पुलिस और सुरक्षा बलों की संयुक्त टीम ने बारामूला जिले के जनबाजपोरा बिन्नर रोड पर तलाशी अभियान चलाया और आतंकवादी सहयोगी को पकड़ लिया। गिरफ्तार किए गए व्यक्ति से पूछताछ की जा रही है, ताकि आतंकवादी नेटवर्क के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त की जा सके।
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा का बयान
इस बीच जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने क्षेत्र में आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है। रविवार को उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और नागरिक प्रशासन के साथ एक बैठक की। बैठक में उन्होंने कहा कि आतंकवाद और आतंकवादियों का समर्थन करने वाले पूरे पारिस्थितिकी तंत्र का उन्मूलन किया जाना चाहिए।
इस मौके पर मनोज सिन्हा ने कहा, "आतंकवादियों को सहायता और बढ़ावा देने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।" उन्होंने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया कि आतंकवादियों का सफाया किए बिना वे आराम नहीं करें।
सुरक्षा स्थिति की समीक्षा
राजभवन के प्रवक्ता ने बताया कि बैठक में मुख्य सचिव अटल डुल्लू, पुलिस महानिदेशक नलिन प्रभात और जम्मू संभाग के उपायुक्तों व एसएसपी समेत अन्य अधिकारी भी शामिल हुए। बैठक में क्षेत्र में सुरक्षा स्थिति और विकास परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गई। मनोज सिन्हा ने अधिकारियों से कहा कि जम्मू-कश्मीर से आतंकवाद का सफाया करना न केवल सुरक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि क्षेत्र के विकास के लिए भी यह एक बड़ी आवश्यकता है।