शराब, रेडलाइट एरिया और न्यूड फोटो: कोलकाता रेप केस में आरोपी संजय रॉय पर बड़ा खुलासा, पुलिस ने बताया कैसे पकड़ा
punjabkesari.in Wednesday, Aug 21, 2024 - 11:29 AM (IST)
नेशनल डेस्क: कोलकाता में आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में महिला डॉक्टर के साथ रेप और मर्डर के मामले में आरोपी संजय रॉय के खिलाफ एक नया खुलासा हुआ है। पुलिस ने सोमवार को बताया कि संजय रॉय, जो घटना के समय शराब के नशे में था, 8 अगस्त की रात को सोनागाछी के रेडलाइट एरिया के दो वेश्यालयों में गया था।
जानिए मुख्य पॉइंट के जरिए सारा मामला:
1. संजय रॉय की गतिविधियाँ:
- रेडलाइट एरिया में छेड़छाड़: पुलिस ने खुलासा किया कि संजय रॉय ने नशे की हालत में सोनागाछी के रेडलाइट एरिया में दो वेश्यालयों का दौरा किया। इस दौरान उसने सड़क पर एक महिला के साथ छेड़छाड़ की और एक अन्य महिला से न्यूड फोटो मांगे।
- अस्पताल में संदिग्ध गतिविधियाँ: संजय रॉय, जो अस्पताल में वॉलंटियर के रूप में काम करता था, ने घटना से पहले अस्पताल के ऑपरेशन थिएटर में भी झांककर देखा।
2. पुलिस की जांच और गिरफ्तारी:
- सीसीटीवी फुटेज: पुलिस ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज में संजय रॉय को घटना के दिन सुबह 4 बजे आरजी कर अस्पताल की इमरजेंसी बिल्डिंग में देखा गया। इस दौरान उसने गले में ब्लूटूथ डिवाइस पहना था, जो बाद में गायब हो गया।
- डिवाइस की बरामदगी: पुलिस ने पीड़िता के शव के पास से उसी ब्लूटूथ डिवाइस को बरामद किया, जो आरोपी के मोबाइल से कनेक्ट थी। इस आधार पर पुलिस ने संजय रॉय को गिरफ्तार किया।
3. सुप्रीम कोर्ट की प्रतिक्रिया:
- सुरक्षा की जिम्मेदारी: सुप्रीम कोर्ट ने आरजी कर अस्पताल की सुरक्षा की जिम्मेदारी सीआईएसएफ को सौंप दी है।
- जांच का विस्तार: मामले की जांच अब सीबीआई के पास है। सीबीआई ने आरोपी का मनोवैज्ञानिक टेस्ट और पॉलीग्राफ टेस्ट कराने की इजाजत प्राप्त की है।
4. हत्या की जानकारी और जनाक्रोश:
- हत्या की विधि: 9 अगस्त को अस्पताल के सेमीनार हॉल में महिला डॉक्टर का शव मिला। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, पीड़िता के शरीर पर 14 गंभीर चोटों के निशान थे और उसकी हत्या गला दबाकर की गई थी।
- जनाक्रोश: इस घटना ने देशभर में जनाक्रोश पैदा कर दिया है। डॉक्टरों ने विरोध प्रदर्शन किए और सरकार से सुरक्षा को लेकर कड़े कदम उठाने की मांग की है।
संजय रॉय की गिरफ्तारी और उसके खिलाफ हुए खुलासे ने इस मामले की गंभीरता को और बढ़ा दिया है। पुलिस और न्यायपालिका की कार्रवाई से यह उम्मीद जताई जा रही है कि पीड़िता को न्याय मिलेगा और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोका जा सकेगा।