रेलवे से जुड़ी बड़ी खबर, इस सेवा के लिए मार्च तक करना पड़ सकता है इंतजार

Friday, Jan 22, 2021 - 06:29 PM (IST)

नेशनल डेस्कः कोरोना वायरस संक्रमण के कारण 2020 में पहली बार आधुनिक भारत को इस बात का अनुभव हुआ कि ट्रेनों के बिना जीवन कैसे हो सकता है? कोरोना वायरस से प्रभावित रहे 2020 में भारत के लोगों ने जहां ट्रेनों के महत्व को जाना, वहीं रेलवे ने यात्री ना होने की स्थिति में तमाम नई सेवाएं शुरू कर देश की वैश्विक महामारी महामारी के खिलाफ लड़ाई में मदद की। लॉकडाउन के बाद ट्रेन सेवाएं शुरू भी हुईं, लेकिन 100 प्रतिशत तक अभी संचालन शुरू नहीं हो सका है। अब रेल मुसाफिरों और आईआरसीटीसी के लिए एक और मायूसी भरी खबर आ रही है। रेलवे के मुताबिक, सभी ट्रेनों को वापस ट्रैक पर लौटने में 2 महीने और लग सकते हैं। 100 फीसदी ट्रेनों के संचालन में मार्च अंत तक का समय लग सकता है।

हर महीने ट्रेनों की संख्या में 100-200 का इजाफा किया जा रहा
सूत्रों के मुताबिक, अगले कारीब एक महीने में दिल्ली से हरियाणा के शहर जैसे सोनीपत, पलवल, महेंद्रगढ़, गुरुग्राम या फिर राजस्थान के सटे शहरों के लिए लोकल सब-अर्बन ट्रेन सेवा की बहाली कर दी जाएगी। फिलहाल रेलवे सभी मेल या एक्सप्रेस ट्रेन का सिर्फ 65% ही संचालन कर रही है। हालांकि रेलवे के मुताबिक, हर महीने ट्रेनों की संख्या में 100-200 का इजाफा किया जा रहा है।

गौरतलब है कि भारत में कोरोना वायरस के मद्देनजर 24 मार्च को लॉकडाउन लगाया गया था और 167 साल के रेलवे के इतिहास में पहली बार इसकी रेल सेवाएं पूरी तरह से बंद की गई और इसका असर कुछ ऐसा हुआ कि देशभर में अधिकतर लोग अपने घर नहीं पहुंच पाए क्योंकि उन्हें उनके घर तक पहुंचाने वाली रेल बंद थी। 

रेलवे अभी चला रहा 1,089 विशेष ट्रेनें
अभी रेलवे 1,089 विशेष ट्रेनें चला रहा है। कोलकाता मेट्रो 60 प्रतिशत सेवाओं का परिचालन कर रही है, मुम्बई उपनगर 88 प्रतिशत और चेन्नई उपनगर 50 प्रतिशत अपनी सेवाओं का परिचालन कर रहा है। रेलवे बोर्ड के चेयामैन एवं सीईओ वीके यादव ने भी इस बात को स्वीकार किया कि रेलवे के लिए यह एक मुश्किल साल रहा लेकिन साथ ही इस बात को रेखांकित भी किया कि इस संकट को अवसर में बदलने की भी पूरी कोशिश की गई।

 

Yaspal

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