सेना के जवान से मारपीट पर बड़ा एक्शन: NHAI ने टोल एजेंसी पर लगाया 20 लाख रुपए का जुर्माना, ठेका रद्द, ब्लैकलिस्ट की तैयारी
punjabkesari.in Monday, Aug 18, 2025 - 09:59 PM (IST)
नेशनल डेस्कः मेरठ-सरूरपुर थाना क्षेत्र में स्थित भुनी टोल प्लाज़ा, NH‑709A पर, 17 अगस्त की रात एक शर्मनाक घटना हुई। सेना का जवान कपिल सिंह (Gotka गांव निवासी, श्रीनगर में तैनात), अपनी छुट्टी खत्म कर दिल्ली एयरपोर्ट जा रहा था। टोल पर लंबी कतार होने के कारण वह वाहन तेज़ी से निकालने का आग्रह करता है, जिससे टोल स्टाफ से बहस होती है—जो बाद में मारपीट में बदल जाती है।
हमलावारियों ने किया बर्बर व्यवहार: आरोप है कि कर्मचारियों ने कपिल को खंभे से बांधा, लाठी-डंडों से मारा, और एक ने ईंट उठाने की कोशिश भी की। इसके अलावा उनके भाई शिवम ने बीच-बचाव की कोशिश की, लेकिन उनके साथ भी मारपीट हुई। वायरल वीडियो और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर यह घटना प्रकाशित हुई, जिसने जनता में आक्रोश पैदा कर दिया।
कानूनी पहल और जवाबदेही
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गिरफ्तारी: पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर 6 आरोपियों (जिन्हें नामों से पहचाना गया) को गिरफ्तार किया। अन्य की तलाश जारी है।
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NHAI की कड़ी कार्रवाई:
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₹20 लाख का जुर्माना टोल कलेक्शन एजेंसी (M/s Dharam Singh) पर लगाया गया।
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एजेंसी का अनुबंध रद्द करने व भविष्य में टेंडर में सहभागी होने से रोकने (ब्लैकलिस्टिंग) की प्रक्रिया शुरू की गई।
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सेना की प्रतिक्रिया:
भारतीय सेना (Central Command) ने इस घटना की कड़ी निंदा की। FIR हत्या का प्रयास, अवैध सभा और डकैती की धाराओं में दर्ज की गई है, और NHAI को भी ज्ञापन भेजा गया है।
जनता और स्थानीय नेतृत्व की प्रतिक्रिया
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प्रदर्शन और तोड़फोड़: ग्रामीणों, किसानों और स्थानीय नेताओं ने टोल प्लाज़ा पर धावा बोला, उसे क्षतिग्रस्त किया और वहां मौजूद वाहनों को टोल मुक्त (फ्री) कर दिया। पूर्व विधायक संगीत सोम भी मौके पर पहुंचे और “सेना का अपमान बर्दाश्त नहीं” बोलते हुए आरोपियों पर NSA लगने की मांग की। उन्होंने टोल प्लाज़ा को हटाने की भी वकालत की।
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प्रशासन पर कड़ा दबाव:
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स्थानीय प्रशासन और मेरठ पुलिस पर जनता का बहुत दबाव था। मुख्यमंत्री कार्यालय से रिपोर्ट मांगी गई, और रक्षा मंत्रालय द्वारा भी मामले की जांच शुरू की गई।
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