प्रकाश अंबेडकर ने की महाराष्ट्र बंद वापस लेने की घोषणा

Wednesday, Jan 03, 2018 - 06:31 PM (IST)

 मुम्बई: भारिप बहुजन महासंघ के नेता प्रकाश अंबेडकर ने आज कहा कि भीमा कोरेगांव लड़ाई के स्मृति कार्यक्रम के खिलाफ हुई हिंसा के विरोध में विभिन्न दलित एवं अन्य संगठनों द्वारा बुलाया गया दिनभर का महाराष्ट्र बंद वापस ले लिया गया है। उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा कि राज्य की करीब 50 फीसद लोगों ने इस बंद में हिस्सा लिया।  दिन के दौरान मुम्बई और अन्य स्थानों से सड़क जाम, आगजनी और पथराव की घटनाओं की खबरें आयीं।  लेकिन अंबेडकर ने दावा किया कि बंद शांतिपूर्ण रहा।  

महाराष्ट्र में जनजीवन अस्त-व्यस्त 
भीमा कोरेगांव की हिंसा ने पिछले दो दिनों से महाराष्ट्र में जनजीवन अस्त-व्यस्त करके रख दिया है। जहां स्कूल-कॉलेज बंद हैं, वहीं रेल-सड़क और वायु यातायात भी प्रभावित हो गया है। तमाम सुरक्षा इंतजाम के बावजूद हिंसा रुकने का नाम नहीं ले रही है।  भीमा कोरेगांव हिंसा की घटना को लेकर पूरे प्रदेश में जगह-जगह विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं। उधर, कोल्हापुर में विरोध-प्रदर्शन के खिलाफ शिवसैनिक सड़क पर उतर आए हैं। इससे हालात और बगड़ते नजर आ रहे हैं। ऐसे में पुलिस और सुरक्षाबलों की संख्या को बढ़ा दिया गया है। 

इससे पहले दलित नेताओं द्वारा आज बुलाए गए महाराष्ट्र बंद के बीच मुंबई और अन्य हिस्सों से आई हिंसक प्रदर्शन की खबरों के बाद राजनीतिक पाॢटयों ने एहतियात बरतते हुए शांति को फिर से बहाल करने की अपील की। पुणे जिले में एक जनवरी को भीमा-कोरेगांव युद्ध की 200वीं बरसी मनाए जाने के खिलाफ हुई हिंसा को लेकर दलित आंदोलनकारी प्रदर्शन कर रहे हैं।   राज्य राकंपा अध्यक्ष सुनील ततकारे ने कहा कि इस समय राज्य में शांति और सछ्वावना बनाए रखने की जरूरत है। ततकारे ने बताया,  (राकंपा प्रमुख) शरद पवार पहले ही कह चुके हैं कि हर किसी को कोशिश करनी चाहिए कि यहां शांति और सछ्वावना बनी रहे।’’  शिवसेना नेता नीलम गोर्हे ने कहा कि भीमा-कोरेगांव और राज्य में अन्य जगह हुई हिंसा की घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण हैं। उन्होंने कहा,एक सामाजिक विभाजन पैदा करने की कोशिश की जा रही है जिसे हमें एकजुट होकर विफल करना होगा।’’ 

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