भजनपुरा हत्याकांड: अकेले शख्स ने किए 5 कत्ल, हर घंटे में देता था एक को मौत

Friday, Feb 14, 2020 - 01:02 PM (IST)

नई दिल्लीः उत्तर-पूर्वी दिल्ली के भजनपुरा इलाके में एक ही परिवार के पांच सदस्यों की हत्या के बाद पूरे इलाके में दहशत का माहौल था। वहीं पुलिस ने तीन बच्चों समेत एक ही परिवार के पांच सदस्यों की हत्या करने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया। आरोपी ने अपना जुर्म की जब दास्तां सुनाई तो पुलिस भी हैरान रह गई कि उसने हर घंटे में एक-एक को मौत के घाट उतारा और किसी को इसकी भनक भी नहीं लगी। आरोपी की पहचान प्रभु मिश्रा (28) के रूप में हुई है। वो मृतक परिवार का ही रिश्तेदार है। महज 30 हजार रुपए के लेनदेन के विवाद में मिश्रा ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया। 

ऐसे दिया घटना को अंजाम
पूर्वी रेंज के ज्वाइंट कमिश्नर आलोक कुमार के मुताबिक आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह मृतक के घर के पास ही भजनपुरा में रहता है। उसने शंभूनाथ से 30 हजार रुपए उधार लिए थे लेकिन वो पैसे दे नहीं पा रहा था। इसके चलते शंभूनाथ की पत्नी उसे भला बुरा कहती थी। प्रभु ने 3 फरवरी को उसने शंभूनाथ को फोन कर करीब 3:30 बजे लक्ष्मी नगर बुलाया। शंभूनाथ लक्ष्मी नगर पहुंचा लेकिन प्रभु उसी समय शंभूनाथ के घर पहुंच गया। एक बार फिर से शंभूनाथ की पत्नी ने प्रभु को पैसों को लेकर खरी-खरी सुनाई जिससे दोनों के बीच झगड़ा हो गया। गुस्से में प्रभु ने लोहे की रॉड और किसी धारदार हथियार से सबसे पहले सुनीता की हत्या की।

सुनीता की हत्या के बाद प्रभु शंभूनाथ के घर पर ही बैठा रहा और करीब एक घंटे बाद बेटी कोमल आई तो उसने उसकी भी हत्या कर दी। फिर बेटा सचिन आया तो उसका भी कत्ल कर दिया और आखिर में एक घंटे बाद शिवम आया तो उसको भी मार दिया। अब बचा था शंभूनाथ। चारों की हत्या के बाद प्रभु चौधरी ने करीब 7 बजे शंभूनाथ को फोन किया। शंभूनाथ के साथ बैठकर उसने भजनपुरा इलाके में ही एक जगह शराब पी। शंभूनाथ को ये पता नहीं था कि प्रभु ने उसके परिवार के सभी लोगों का कत्ल कर दिया है। शराब पीने के बाद प्रभु शंभूनाथ के साथ उसके घर गया और फिर उसकी भी हत्या कर दी।

पूरे परिवार को खत्म करने के बाद प्रभु ने घर में ताला लगाया और वहां से भाग गया। पुलिस ने मामले की गुत्थी सुलझाने के लिए इलाके के सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल के कॉल डिटेल और लोकेशन आदि चैक किए और फिर  प्रभु को गिरफ्तार किया। शंभूनाथ के बच्चे आखिरी बार 3 फरवरी को ही स्कूल गए थे। बता दें कि 12 फरवरी को घक से बदबू आने के बाद पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी थी। पुलिस दरवाजा तोड़कर जब घर में घुसी तो अंदर पांच शव पड़े हुए थे। मृतकों की पहचान शंभू चौधरी (43), उसकी पत्नी सुनीता (37) और उसके बच्चों शिवम (17), सचिन (14) और कोमल (12) के रूप में हुई। शंभूनाथ ई-रिक्शा चलाता था और यहां किराए के मकान में रहता था।

Seema Sharma

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