बेंगलुरु : अब शादियों में नहीं मिलेगा प्लास्टिक की बोतलों में पानी

Thursday, Sep 13, 2018 - 08:31 PM (IST)

नेशनल डेस्कः बेंगलुरु में शादियों में अब न तो प्लास्टिक की बोतलों में पानी मिलेगा और न ही केलों के पत्तों पर खाना। ब्रुहत बेंगलुरु महानगरपालिका ने शहर में हरियाली और सफाई को बढ़ावा देने के लिए इनके इस्तेमाल पर रोक लगाने का फैसला किया है। पालिका ने वेडिंग हॉलों को यह निर्देश दिया है कि शादियों और दूसरे समारोहों में बोतलबंद पानी का इस्तेमाल बंद करें। साथ ही, केले के पत्तों पर खाना नहीं परोसें। 



बेंगलुरु मिरर की एक रिपोर्ट के मुताबिक, शहर में प्लास्टिक के अंधाधुंध उपयोग पर अंकुश लगाने और विवाह समारोहों में कचरा कम करने के लिए बीबीएमपी ने सभी वेडिंग हॉलों के प्रबंधकों को नोटिस जारी किया है। उनसे कहा गया है कि विवाह समारोहों में पानी की बोतलों के साथ ही प्लास्टिक के गिलास और प्लेट के इस्तेमाल को भी बंद करें। 



बीबीएमपी ने समारोहों में केले के पत्ते पर भोजन परोसने की जगह स्टील के बर्तनों के इस्तेमाल को बढ़ावा देने को कहा है। पालिका ने सभी वेडिंग हॉल प्रबंधकों को इसे लागू करने के लिए तीन महीने का समय दिया है। इसके बाद निर्देश का पालन न करने वालों पर पालिका जुर्माना लगाएगी।



बीबीएमपी ने कहा कि समारोहों में प्लास्टिक पर पाबंदी लगाने के आदेश का पालन करना अनिवार्य बनाया जाएगा। इसके साथ ही बीबीएमपी ने निर्देश दिया है केले के पत्ते पर भोजन परोसना बंद किया जाए, क्योंकि इससे ऐसा कचरा बढ़ता है, जिसका निपटान मुश्किल होता है। इसकी जगह स्टील के प्लेट और गिलास का इस्तेमाल किया जाना चाहिए। बीबीएमपी ने कहा है कि कैटरिंग का काम करने वालों को स्टील की प्लेटों का पर्याप्त स्टॉक रखना चाहिए और प्लेटों की धुलाई व रख-रखाव को  हाइजेनिक बनाना चाहिए।



पालिका की अधिसूचना में ये भी कहा गया है कि वेडिंग हॉल की ओर से आरओ की सुविधा उपलब्ध कराई जाए, ताकि लोगों को स्वच्छ पानी मिल सके। साथ ही, वेस्टेज को सूखा रखकर बाहर कूड़ेदान मे फेंकना चाहिए। बीबीएमपी के मुताबिक, गीले वेस्टेज के निपटान मेें कठिनाई होती है। पालिका ने वेडिंग हॉल के प्रबंधकों को निर्देश दिया है कि वे गीले और सूखे वेस्टेज से खाद बनाने वाले प्लांट स्थापित करें। इससे प्रदूषण से मुक्ति मिलने के साथ ही कचरे का सदुपयोग भी होगा।

Yaspal

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