''''ईमानदार नेता होना सबसे मुश्किल काम, सच बोलो तो गालियां पड़ती हैं''''

Wednesday, Sep 27, 2017 - 12:58 AM (IST)

नई दिल्लीः गुजरात में तीन दिवसीय दौरे पर पहुंचे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार शाम व्यापारियों को संबोधित किया। यहां उन्होंने कहा कि भारत में ईमानदार नेता होना सबसे मुश्किल काम है। राहुल ने कहा, 'ईमानदार नेता को सबसे ज्यादा सहन करना पड़ता है। सच बोलो तो बहुत गालियां पड़ती हैं। मैंने यह सहा है। यह एक बंद तालाब जैसा है और कोई पार्टी नहीं चाहती कि यह तालाब खुली नदी का रूप ले।'

राहुल ने राजकोट में व्यवसायी समुदाय को संबोधित करते हुए कहा, सरकार ने माल एवं सेवा कर (जीएसटी) को लागू करने के लिए कोई तैयारी नहीं की थी। वहीं नोटबंदी के फैसले का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने जब नोटबंदी का ऐलान किया, तो उन्होंने तुरंत पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को फोन किया था।

राहुल ने बताया, 'यह खबर सुन कर मनमोहन सिंह सकते में आ गए, 20 सेकेंड तक चुप रहने के बाद बोले कि राहुल आपने अभी जो मुझे बताया मैं उसके सदमे से उबरने की कोशिश कर रहा हूं।' उन्होंने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह ने नोटबंदी को देश के साथ आपराध करार देते हुए कहा कि वे लोग ऐसा कैसे कर सकते हैं। राहुल ने कहा कि बहुत सारे लोग कैश में काम करते हैं लेकिन वे चोर नहीं हैं।  

राहुल ने साथ ही कहा, 'मैंने पिछले 20 साल में जीतना सीखा था, उतना इन दो साल में सिख चुका हुं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि 'मोदी मुक्त भारत' या 'कांग्रेस मुक्त भारत' नहीं होना चाहिए, मोदी जी प्रधानमंत्री बने उसमें हमारी भी कमी थी, हमने 2004 से 2014 तक का विजन दिया था लेकिन 2012 वह विजन फेल होना शुरू हो गया। यह बात सच है कि कांग्रेस के नेताओं में काफी अंहकार आ गया था।'

गुजरात चुनावों के मद्देनजर कांग्रेस उपाध्यक्ष यहां सौराष्ट्र इलाके में रोड शो कर रहे हैं। पाटीदार बहुल इस इलाके में राहुल ने उन्हें लुभाने की कवायद में सरदार वल्लभ भाई पटेल की विरासत का जिक्र किया। राहुल ने कहा, 'आपने (पटेल समुदाय ने) देश को सरदार पटेल दिया, लेकिन बीजेपी सरकार ने आप पर जुल्म किए। पटेलों पर गोलियां चलाई गई. यह कांग्रेस का तरीका नहीं है। हम सभी समुदायों को साथ रखकर आगे बढ़ने में यकीन करते हैं।'

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