जम्मू कश्मीर: मुठभेड़ से पहले, जैश के आतंकवादियों को दिया गया आत्मसमर्पण का मौका

Friday, Nov 20, 2020 - 11:21 AM (IST)


जम्मू: जम्मू कश्मीर राष्ट्रीय राजमार्ग पर बृहस्पतिवार सुबह मुठभेड़ में मारे गए चार संदिग्ध जैश-ए-मोहम्मद आतंकवादियों को आत्मसमर्पण का मौका भी दिया गया था। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। पुलिस के अधिकारियों ने कहा कि भारत-पाक सीमा से हाल में घुसपैठ करने वाले आतंकवादियों को लेकर जा रहे एक ट्रक को नगरोटा इलाके के बन टोल प्लाजा के पास सुबह पांच बजे जांच के लिये रोका गया लेकिन चालक वाहन छोड़कर भाग गया। इसके तत्काल बाद केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और पुलिस कर्मी वाहन की जांच करने के लिये आगे बढ़े। खबर मिलने पर जम्मू के पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) मुकेश सिंह मौके पर पहुंचे और आतंकवादियों को आत्मसमर्पण करने का निर्देश दिया।

पुलिस द्वारा जारी एक वीडियो में आईजीपी सिंह को लाउड स्पीकर पर घोषणा करते सुना गया," ट्रक के अंदर जो भी छिपा है वह अपने हथियार डाल दे और दोनों हाथ ऊपर करके बाहर आ जाए।" अधिकारियों ने कहा कि आतंकवादियों ने इस घोषणा की अनदेखी की जिसके बाद भीषण मुठभेड़ हुई। आईजीपी सिंह ने कहा कि आतंकवादियों के हथगोले फेंकने और गोली चलाने के बाद अन्य सुरक्षा बल भी मुठभेड़ में शामिल हो गए। करीब तीन घंटे तक चली मुठभेड़ में चार आतंकवादी मार गिराये गए जबकि दो पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। उन्होंने कहा कि चावल के बोरे से लदे ट्रक में मुठभेड़ के दौरान आग लग गई। ट्रक के अंदर छिपे आतंकवादियों के शव बरामद कर लिये गए हैं।

आईजीपी जम्मू ने कहा कि 11 एके राइफल, तीन पिस्टल, 24 मैगजीन, 29 हथगोले और छह यूबीजीएल ग्रेनेड समेत भारी मात्रा में हथियार, गोलाबारुद और विस्फोटक सामग्री बरामद की गई। इसके अलावा दवाएं, तार के बंडल, इलेक्ट्रॉनिक सर्किट और भारी मात्रा में बैग भी आतंकवादियों के पास से बरामद हुए हैं। आईजीपी सिंह ने कहा, "आतंकवादी बड़ी साजिश को अंजाम देने आए थे जिसे नाकाम कर दिया गया।"

Monika Jamwal

Advertising